रायपुर । मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को खुद एक फरियादी बनकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण के टोल फ्री नम्बर 1036 पर फोन लगाकर अपनी शिकायत बतायी। मुख्यमंत्री ने फोन पर कहा कि राजनांदगांव जिले में जनजाति पर अत्याचार से संबंधित एक मामले में एफ. आई. आर. दर्ज करानी है। आप सीधे एफ.आई.आर. लिखेंगे क्या ? इस पर हेल्प लाईन प्रभारी सूबेदार एल. तिग्गा ने कहा कि जी नहीं, हम सीधे एफ.आई.आर. नहीं लिख सकते। चूंकि यह मामला राजनांदगांव जिले से संबंधित है, इसलिए इस संबंध में आपको राजनांदगांव पुलिस से सम्पर्क करना होगा। वहां आपकी एफ.आई.आर. सीधे लिखी जाएगी। यह जानकाकरी देते समय हेल्प लाईन प्रभारी को यह नही पता था कि वे सीधे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से बात कर रहे हैं। जब अंत में मुख्यमंत्री ने अपना परिचय दिया तब श्री तिग्गा को गर्व की अनुभूति हुई कि उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री से बात की।
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उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सोमवार को मंत्रालय में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण के लिए गठित राज्य स्तरीय सतर्कता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक ले रहे थे। बैठक में बताया गया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण के लिए एक हेल्प लाईन बनायी गई है। कोई भी पीड़ित व्यक्ति हेल्पलाईन नम्बर 1036 में अपनी समस्या बता सकता है। इस पर मुख्यमंत्री ने इसके परीक्षण के लिए बैठक के दौरान ही हेल्पलाईन नम्बर 1036 पर स्वयं मोबाईल से फोन लगाकर बात की और तत्काल जवाब मिलने पर संतोष व्यक्त किया। पुलिस मुख्यालय में यह हेल्प लाईन स्थापित किया गया है। शासकीय अवकाश सहित सभी कार्य दिवसों में प्रात: 10.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक यह हेल्पलाईन खुला रहता है। कोई भी व्यक्ति अपने मोबाईल अथवा लेण्डलाईन से फोन कर अपनी समस्या बता सकता है।