रायपुर।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी अब सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़कर हाईटेक बनाया जा रहा है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उन्हें मोबाइल फोन दिए जा रहे है, ताकि वे अपने आंगनबाड़ी केन्द्रों के आंकड़े मुख्यालय को भेज सके। विश्व बैंक की सहायता से संचालित इस्निप परियोजना के अंतर्गत इसके लिए पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में रायपुर जिले की 02 एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं का चयन किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने बुधवार को नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाईल प्रदाय कर डाटा प्रेषण की कार्यवाही शुरू करने के लिए पर्यवेक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्रीमती साहू ने कहा कि मोबाइल फोन के जरिए आंकड़ों के प्रेषण में न केवल सुविधा होगी अपितु विभागीय कार्यों में पारदर्शिता भी स्थापित होगी एवं वास्तविक समय आधारित डाटा प्राप्त होगा, जिसमें डाटा भेजते समय लोकेशन भी लिखी होगी, जिसके फलस्वरूप सेवाओं की गुणवत्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मंत्री ने विस्तारपूर्वक मोबाईल एप को न केवल चलाकर देखा अपितु उन्होंने उसके संबंध में विस्तार से जानकारी भी प्राप्त की। इस अवसर पर विभाग की सचिव डॉ. एम. गीता ने कहा कि इस प्रयास को सफल बनाने हेतु प्रशासकीय दृढ़सकल्प एवं व्यवस्था प्रदान की जावेगी।उन्होंने देश में प्रथम आयोजित इस प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ राज्य को अव्वल आने पर मैदानी अमले को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया एवं उन्होंने इस अवसर पर एप की विस्तारपूर्वक जानकारी भी प्राप्त की।
प्रशिक्षण के इस कार्यक्रम में विभाग की उपसचिव शिखा राजपूत तिवारी सहित पूरा अमला मौजूद था।बता दे कि विश्व बैंक की सहायता से देश के 08 राज्यों में यह प्रयास किया जा रहा है, जिसमें तत्परतापूवर्क कार्यवाही करते हुए छत्तीसगढ़ ने देश के प्रथम दो राज्यों में स्थान प्राप्त किया है।