बिलासपुर–भू-अभिलेख शाखा से ऋण पुस्तिका चोरी की शिकायत को सिविल लाइन थाने में दर्ज किया गया है। विवेचना के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ जांच पड़ताल शुरू कर दी है। भूअभिलेख शाखा अधिकारी संयुक्त कलेक्टर एस.आर.कुर्रे ने बताया कि मामले को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। जरूरत पड़ने पर विभाग के एक-एक कर्मचारियों का भी बयान और फिंगर प्रिंट लिया जाएगा।
मालूम हो कि जिला कलेक्टर कार्यालय भूअभिलेख शाखा कमरा नम्बर 45 में अज्ञात चोर ने अतिगोपनीय कक्ष से 1599 कोरी ऋण पुस्तिका को पार कर दिया। घटना 25 तारीख की सुबह की बताया जा रही है। संयुक्त कलेक्टर एसआर कुर्रे ने बताया कि 26 ताऱीख को मुझे हुई। चौकीदार ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति करीब सात बजे कलेक्टर कार्यालय मुख्य दरवाजे के सामने घूम रहा था। मैने आवाज लगाई तो वह नयी कम्पोजिट बिल्डिंग के मुख्य दरवाजे से भाग गया। उस समय दरवाजा खुला हुआ था। चौकीदार ने बताया कि उस समय वह झण्डारोहरण कर रहा था।
संयुक्त कलेक्टर कुर्रे के अनुसार अज्ञात चोर ने कांच तोडने के बाद अन्दर हाथ डालकर मुख्य दरवाजा खोला। स्ट्रांग रूप पहुंचकर बिना ताला तोड़े आलमारी से 1599 कोरी ऋण पुस्तिका पार कर दिया। विभागीय पूछ परख में जानकारी मिली कि रात्रि को कम्पोजिट बिल्डिंग का चौकीदार प्रोटोकाल कार्यालय में सोया हुआ था। चोरी की जानकारी मिलने पर सिविल लाइन पुलिस ने मामले को दर्ज कर जरूरी जानकारी के बाद फिंगर प्रिंट लिया है।
करीब नौ हजार ऋण पुस्तिका
संयुक्त कलेक्टर ने बताया कि राजनांदगांव से 10 कोरी ऋण पुस्तिका को लाया गया था। करीब एक हजार ऋण पुस्तिका का वितरण किया जा चुका है। नौ हजार ऋण पुस्तिका आलमारी में थी। समय समय पर उसका उपयोग किया जाना था। घटना के बाद गणना में 1599 ऋण पुस्तिका गायब मिली है। हमने गायब ऋण पुस्तिका नम्बर का मिलान किया है।इसकी जानकारी पुलिस को भी दी है।
2477001-2477949 और 2477951-2478000 के कुल गायब ऋण पुस्तिका 999
2482801-2482900—गायब कुल ऋण पुस्तिका 100
2479001-2479100—गायब कुल ऋण पुस्तिका 100
2479101-2479200—गायब कुल ऋण पुस्तिका 100
2479301-2479400—गायब कुल ऋण पुस्तिका 100
2479601-2479700—गायब कुल ऋण पुस्तिका 100
2479701-2479800—गायब कुल ऋण पुस्तिका 1000
कुर्रे के अनुसार कुल 1599 कोरी ऋण पुस्तिका चोरी हुई हैं।
विभागीय लोगों का भी हो सकता है हाथ
संयुक्त कलेक्टर ने बताया कि बिना किसी विभागीय कर्मचारी के मदद से ऋण पुस्तिका की चोरी अंसभव है। क्योंकि किसी बाहरी को नहीं पता हो सकता कि छोटी-छोटी ऋण पुस्तिका कहां रखी गयी हैं। तीन दरवाजे को पार कर अंतिम कमरे में रखी गयी आलमारी से ऋण पुस्तिका गायब हुई है। इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि ऋण पुस्तिका चोरी में विभाग का कोई ना कोई आदमी जरूर होगा। इसमें किसका हाथ है पुलिस कार्रवाई के बाद सारी बातें सामने आ जाएंगी।
कुर्रे ने बताया कि ऋण पुस्तिका गायब करवाने में भू-माफियों के भी हाथ होने इंकार नहीं किया जा सकता ।क्योंकि जमीन हेराफेरी का काम ऋणपुस्तिका से आसानी से होता है। कोरी ऋण पुस्तिका में गलत जानकारी भरकर गरीब किसानों की जमीन को इधर ऊधर करना आसान है।
दो चौकीदार के हवाले जिला कार्यालय..
संयुक्त कलेक्टर ने बताया कि जिला कार्यालय में दो चौकीदार पदस्थ हैं। दोनो की डे और नाइट शिफ्ट है। दिन में गहमा गहमी का माहौल रहता है। चौकीदार की बहुत जरूरत नहीं होती है। रात्रि को जिला कार्यालय की निगहबानी केवल एक चौकीदार करता है। ट्रेसरी में बंदूक धारी चौकीदार है लेकिन उसकी जिम्मेदारी केवल ट्रेसरी तक ही सीमित है।
नहीं है सीसीटीवी
संयुक्त कलेक्टर कुर्रे ने बताया कि जिला कार्यालय में सीसीटीवी नहीं है। ना ही सीसीटीवी लगाने को लेकर कभी प्रयास किया गया। शायद जरूरत महसूस नहीं की गयी। हो सकता है कि घटना के बाद इस तरफ कलेक्टर महोदय का ध्यान जाए । लेकिन सीसीटीवी की जरूरत जिला कलेक्टर कार्यालय को है।
कितना महत्वपूर्ण है ऋण पुस्तिका
संयुक्त केलेक्टर कुर्रे ने बताया कि खबर जाहिर होने के बाद कोरी ऋण पुस्तिका का अब चोर के लिए कोई महत्व का नहीं रह गया है। यदि विभाग को मामले की जानकारी नहीं होती तो भू-माफिया फर्जी दस्तावेज पेश कर जमीन को इधर का उधर कर सकते थे। लेकिन अब संभव नहीं है। गायब ऋण पुस्तिका की पहचान भी हो चुकी है।