बिलासपुर—भाजपा कार्यालय में आज भाजपाइयों ने अविभाज्य मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुन्दर लाल पटवा के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया। इस मौके पर जिले के कद्दावर नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री को श्रद्धासुमन भेंट किया। पटवा के जीवन पर प्रकाश डाला। सभी लोगों ने पटवा को कुशल प्रशासक और दूरदृष्टा बताया।
शोकसभा को संबोधित करते हुए बेनी गुप्ता ने कहा कि पटवा नेता प्रतिपक्ष से लेकर मुख्यमंत्री के रूप में कुशल राजनेता के रूप जाने जाते थे। उन्हें दोनों भूमिकाओं में महारत हासिल थी। बिलासपुर से उनका गहरा नाता रहा है। उनके निधन से भारतीय राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है। भाजपा संगठन में पटावा की भूमिका हमेशा से अहम् रही है। पार्टी उत्थान में उनके योगदान को हमेशा याद किया जायेगा। बेनी गुप्ता ने कहा कि खरसिया उपचुनाव में अर्जुन सिंह के खिलाफ पटवा ने जूदेव को समर्थन किया। अविभाजित मध्यप्रदेश में पार्टी अध्यक्ष लखीराम अग्रवाल और मुख्यमंत्री पटवा का तालमेल देखते ही बनता था। आज पार्टी जिस मुकाम पर है इसके लिये पटवा के योगदान को सदैव याद किया जायेगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष रजनीश सिंह ने बिलासपुर प्रवास को याद करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा मिलती थी। आज पार्टी के विस्तार में पटवा जैसे नेताओं का संघर्ष छिपा है। पटवा ने अपना पूरा जीवन सादगी के बीच पार्टी विस्तार में लगाया। उन्होंने किसानों का लगभग नौ हजार करोड़ का कर्ज माफ कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया था।
महापौर किशोर राय ने कहा कि सुन्दरलाल पटवा निर्भिक निर्विवाद व्यक्तित्व के धनी थे। मेयर ने पटवा कार्यकाल की जानकारी को विस्तार से बताया । किशोर ने बताया कि व्यापार विहार स्थित दीनदयाल उद्यान में 25 दिसम्बर 1992 में पं.दीनदयाल की प्रतिमा का अनावरण पटवा के हाथों किया गया।
इसी प्रकार अन्य वक्ताओं ने भी पटवा के निधन को अपूरणीय क्षति बताया।शोक सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखा गया। पूर्व मुख्यमंत्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यकर्ताओं ने विनम्र श्रद्धाजंलि दी।