बिलासपुर— पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश मुखिया को पत्र लिखकर नया रायपुर क्षेत्र में दोनों झीलों का उपयोग वाटर स्पोर्टस के लिये नहीं करने की सलाह दी है। जोगी ने प्रेस को पत्र जारी कर बताया है कि मुख्यमंत्री रहते हुए हमनें क्षेत्र में प्रदेश की राजधानी बनाने का निर्णय लिया। बहुत से सकारात्मक कारणों के अलावा चयनित क्षेत्र में स्थित दोनों झीलों और एक टुकड़े में घने जंगल का होना क्षेत्र की विशेषता थी। शासन ने सही निर्णय लेकर जंगल का उपयोग ‘‘जंगल सफारी’’ बनाकर राजधानी को निश्चित रूप से आकर्षक बनाने का कदम उठाया है।
पत्र में जोगी ने कहा है कि मैं प्रदेश शासन की सराहनीय पहल का स्वागत करता हूं। लेकिन मेरा मानना है कि दोनों झीलों में वाटर स्पोर्ट्स किया जाना अनुचित होगा। जब से बांध बने हैं, तब से कई प्रकार के पक्षियों की उपस्थिति इन्हें प्राकृतिक रूप से आकर्षक और मनोहारी बनाती है। राजधानी में जब घनी आबादी हो जाएगी तो झील के तट पर लोग शांतिपूर्वक बैठकर पक्षियों की चहचहाहट और झीलों के सौन्दर्य का आनंद ले सकेगें।
जोगी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वाटर स्पोर्ट्स से झीले प्रदूषित अवश्य होंगी। साथ ही रहने वाले सुन्दर पक्षी भी झीलों को छोड़कर कहीं और चले जायेंगे। हमें इस बात से बचना होगा। रायपुर शहर में बूढ़ा तालाब, तेलीबांधा तालाब के अलावा कई तालाब हैं। तालाबों का उपयोग वाटर स्पोर्टस के लिए किया जा सकता है। राजधानी में स्थित झीलों को उनके प्राकृतिक स्वरूप में ही रहने देना चाहिए।