नाराज ग्रामीणों ने कहा…बिक गयी है पुलिस…

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170111-WA0010बिलासपुर—मस्तूरी हत्या और दुष्कर्म काण्ड की आग धीरे- धीरे न्यायधानी से राजधानी तक पहुंच गयी है। हालात को देखते हुए क्षेत्र में पुलिस बल 24 घंटे के लिए तैनात कर दिया गया है। मस्तूरी जयराम नगर से लेकर देवगांव और बिलासपुर तक लोग अन्दर ही अन्दर उबल रहे हैं। आक्रोश का लावा कभी भी फूट सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस भी मामले को लेकर गंभीर है। हालात नियंत्रण रहे…भरसक प्रयास किया जा रहा है।

                    मालूम हो कि जयराम नगर के मेडिकल दुकान में काम करने वाली युवती ममता खाँडेकर की सात जनवरी को हैवानों ने बलात्कार के हत्या कर दी। देखते ही देखते क्षेत्र में तनाव का वातावरण तैयार हो गया। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर राजधानी से लेकर न्यायधानी तक प्रदर्शन हुआ। बावजूद इसके अभी तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।

                    कुडूभांठा में युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या को लेकर स्थानीय देवगांव के लोगों में भयंकर आक्रोश है। सतनामी समाज के अलावा क्षेत्र के सभी धर्म और जाति के लोगों ने आज शराब भट्ठी और पुलिस व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया। नाराज ग्रामीणों ने जयराम नगर फाटक के पास चक्का जाम किया। ग्रामीणों ने जयरामनगर में पुलिस चौकी की मांग की। ग्रामीणों ने आरोपियो को जल्द से जल्द हवालात के पीछे भेजने को कहा।

                                ग्रामीणों ने बताया कि हैवानों ने हत्या के बाद युवती के शव को कुडूभांठा नाले के पास फेक दिया। पोस्टमार्टम हुए 72 घंटे से अधिक हो गये हैं। लेकिन पुलिस ने हत्या के काराणों का खुलासा नहीं किया है। दो दिन पहले कांग्रेस की 9 सदस्यीय जांच समिति नेIMG-20170111-WA0008 बिलासपुर में पत्रकारों को बताया कि शार्ट पीएम के अनुसार युवती के साथ सामुहिक बलात्कार हुआ है। शरीर पर धारदार हथियार से हमला किया गया है। युवती की हत्या गला दबाकर की गयी है।

                                      पुलिस के अनुसार सेंपल जांच के लिए एफएसएल लैब भेजा गया है। रिपोर्ट के मिलने के बाद जानकारी को सार्वजनिक किया जाएगा। घटना के बाद पुलिस का दावा था कि आरोपियों को दो तीन दिन के भीतर पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल दावा गलत साबित हो चुका है। चार दिन बाद भी आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है।

                               जैसे जैसे आरोपियों को पकड़ने में देरी हो रही है। जनता का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। बिलासपुर में सतनाम समाज के बैनर तले पदाधिकारियों ने कलेक्टर और पुलिस कप्तान से मिलकर आरोपियों को दो दिन के भीतर पकड़ने को कहा है। 14 जनवरी तक आरोपियों को नहीं पकड़े जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। आज घटना स्थल से लगे जयरामनगर चौक रेलवे फाटक के पास ग्रामीणों ने चक्का जाम कर हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने को कहा है।

                         चक्काजाम के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि क्षेत्र स्टेशन से लगा हुआ है। नशेड़ियों का यहां दिन रात मजमा लगा रहता है। महिलाओ के साथ छेड़छाड़ आम बात है। कई बार शिकायत के बाद भी पुलिस की कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों के अनुसार स्टेशन से लगे क्षेत्रों में शराब की अवैध बिक्री दिन रात होती है। ठेकेदरों के पंडों ने गांव के गांव को शराबी बना दिया है। बड़ों के साथ बच्चे भी होते सुबह शराब पीना शुरू कर देते हैं।

                           गांव का एक एक आदमी हमेंशा नशे में रहता है। इन्हीं नशेड़ियों में से दो चार लोगों ने युवती के साथ अनाचार किया और बाद में जान से मार फेंक दिया। ग्रामीणों ने बताया कि कलेक्टर ,एसपी,विधायक से अवैध शराब बिक्री के खिलाफ कई बार गुहार लगायी। लेकिन किसी ने नहीं सुना। जब बच्ची की जान चली गयी तो शासन ने गांव को पुलिस छावनी बना दिया। हमने कई बार पुलिस चौकी खोलने की भी मांग की। बावजूद इसके ध्यान नहीं दिया गया। घटना के बाद गांव छावनी में तब्दील हो गया है। यदि इतनी सतर्कता पहले से होती तो शायद युवती हमारे बीच में होती।

                                   आक्रोश में डूबे ग्रामीणो ने बताया कि क्षेत्र में महिलाओ के साथ छेड़छाड़ की वारदात काफी बढ़ गयी है। शिकायत के बाद भी पुलिस को घटना स्थल तक पहुंचने में घंटो लग जाते है। यही कारण है कि असामाजिक तत्वों को किसी प्रकार का खौफ नहीं है। नशेड़ी लोग खुलेआम धमकी देते हैं कि पुलिस को खिलाते पिलाते हैं । हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता है।

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