बिलासपुर । जिले के बचत बैंकों में हुई घपलेबाजी की जाँच सीबीआई ने शुरू कर दी है। इस सिलसिले में 32 बचत बैंकों की जाँच के लिए सीबीआई की चार सदस्यीय टीम ने बिलासपुर पहुंचकर जाँच शुरू कर दी है। घुटकू बचत बैंक की गड़बड़ी के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किए जाने की भी खबर है।
गौरतलब है कि 2010-11 से लेकर 2014-15 के बीच घुटकू बचत बैंक में एक करोड़ बहत्तर लाख के घोटाले की शिकायतें मिली थी। एक अनुमान के मुताबिक इस घपले की रकम साढ़े पाँच करोड़ तक जा सकती है। गड़बड़ी की शिकायतों पर मामले को जाँच के लिए सीबीआई को दिया गया था । खबर है कि इस पर सीबीआई ने अपनी जाँच शुरू कर दी है। जाँच के लिए सीबीआई की एक टीम पहुंची है। इस जाँच टीम चार सदस्य शामिल हैं। खबरों के मुताबिक जांच टीम ने कोनी थाने से घुटकू बचत बैंक की शिकायतों से संबंधित जानकारी इकट्ठी की है और हाइकोर्ट रवाना हुई।
इस मामले में cgwall.com को मिली जानकारी के मुताबिक कोनी थाने में घुटकू बचत बैंक समिति के उपाध्यक्ष हीरालाल लूनिया , बचत बैंक प्रबंधक परमेश्वर यादव, समिति बचत बैंक प्रबंधक-नंद कुमार यादव, अवकाश प्राप्त पर्यवेक्षक कौशल यादव , उपाध्यक्ष बचत बैंक समिति-गणेश लूनिया, शाखा प्रबंधक श्रीमती सिंधू पिल्लू , शषांक शेखर दुबे, और राजकिशोरी एक्का के खिलाफ भादवि की धारा 406 व 409 के तहत मामला दर्ज है। खबर है कि इनमें से हीरा लाल लूनिया, परमेश्वर यादव, नंद कुमार यादव और गणेश लूनिया की बुधवार को गिरफ्तारी की जा चुकी है।
जानकारी मिली है कि घुटकू बचत बैंक में करीब 3400 किसान सदस्य हैं। जिनकी बचत राशि की गड़बड़ी की गई है। खबर यह भी है कि सीबीआई इस तरह जिले के 32 बचत बैंकों में हुए घपले की जाँच करने वाली है। जिसमें और भी मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है।
नो कमेंट- तिवारी
इस संबंध में जब cgwall.com ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीइओ अभिषेक तिवारी से जानकारी के लिए संपर्क किया तो उनका कहना था कि मामले की जाँच सीबीआई कर रही है। ऐसी स्थिति मे वे इस पर कोई कमेंट नहीं कर सकते । उन्होने इस पर किसी तरह की जानकारी या प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।