बिलासपुर—सीबीई जांच की खबर सुनने के बाद बिलासपुर पुलिस ने आनन फानन में पांच लोगों को घुटकू बचत बैंक में घोटाला किये जाने का आरोप में गिरफ्तार किया है। मामले में महीनों पहले आठ लोगों के खिलाफ बचत बैंक से करोड़ों रूपए गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज करने को कहा गया था।
पुलिस ने पिछले दो दिनों में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। बचत बैंक घोटाला को लेकर तात्कालीन एनसीपी नेता दिलीप अग्रवाल की अगुवाई में किसानों और हितग्राहियों ने पैसे की मांग को लेकर आंदोलन किया। दिलीप अग्रवाल ने सेमरताल घुटकू बचत बैंक घोटाले के विरोध में नेहरू चौक में धरना प्रदर्शन किया था। बावजूद इसके आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
यकायक दो दिन पहले आईपीएस शलभ सिन्हा के निर्देश में चार लोगों को हिरासत में लिया गया। शायद पुलिस महकमे को सीबीआई के आने की जानकारी थी। बहरहाल सीबीआई की दो सदस्यीय टीम जिले के 32 बचत बैंकों में गड़बड़ी की जांच करेगी। करीब साल भर पहले जिला सहकारी संस्थाएं उप पंजीयक डीरआर ठाकुर ने कोर्ट को बताया था कि किसानों को भुगतान करने जिला सहकारी बैंक ने शासन से दस करोड़ की मांग की है। घुटकू किसानों को एक करोड़ 72 लाख दिया जाना है। ठाकुर ने अपनी रिपोर्ट में आठ लोगों पर किसानों के धन वितरण में लापरवाही का आरोप लगाया था। कोर्ट के आदेश पर आठों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज किया गया। लेकिन तात्कालीन समय किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। सीबीआई के आने की सूचना मिलते ही .गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज हो गयी। फिलहाल चार लोग फरार हैं। बताया जा रहा है कि फरारी में आलाधिकारियों का भी हाथ है।
बहरहाल सीबीआई के आने के बाद जिला सहकारी बैंक और जिला सहकारी संस्थाएं में हडकम्प हैं। सीबीआई की मांग पर पुराने दस्तावेजों को तलाशा जा रहा है।