बिलासपुर।सृजन सांस्कृतिक संस्था बिलासपुर में फिर से रंगमंचीय गतिविधियों को आकार देगा। गौरतलब है की बिलासपुर की सबसे प्राचीन नाट्य संस्था सृजन रेलवे जोन की मांग पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शहरवासी और जनप्रतिनिधियो को जागरूक करने महत्व पूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था।साथ ही श्रीकांत वर्मा की लिखी कविता “मगध” डॉ शंकर शेष रचित”फंदी”नाटक का मंचन अंतरास्ट्रीय स्तर पर सफलतम प्रस्तुति दे कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया।इसके अलावा अखिलभारतीय नाट्य स्पर्धा के अंतर्गत गुड़गांव कटक देहरी आनसोन गोरखपुर नेपाल में अनेक नाट्य प्रस्तुति दे कर प्रथम स्थान अर्जित करने में सफलता प्राप्त की है।कुछ समय विराम के बाद सृजन ड्रामा ग्रुप के सदस्यों ने सृजन संस्कृतिक संस्था का पुनर्गठन कर फिर से रंगमंचीय गतिविधियों को अंजाम देने आवश्यक बैठक आयोजित की है।
बैठक में प्रमुख रूप से आशीष तिवारी ,संजय बुनकर,योगेश साहू,भ्रमर सेन गुप्ता,सुभाष जसवाल,राजीव बल्लेवार,गिरीश मिश्रा,दुष्यंत,विक्की,ज़हूर,बंटू,ललित,किरण दीक्षित,अनुभव भरद्वाज आशुतोष के अलावा बड़ी संख्या में संस्था के पदाधिकारी मौजूद रहे।संस्था प्रमुख सुभाष जायसवाल ने बताया की सृजन सांस्कृतिक संस्था आगामी दिनों समसमायिक ज्वलंत मुद्दों पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन शहर के प्रमुख चौक चौराहो पर लोगो का ध्यान आकर्षित करने पुरजोर तैयारी में जुट गई है।