रायपुर।पूरी दुनिया के कुष्ठ रोगियों को मुफ्त दवा बाँटने वाले जापान निवासी निपान फॉउण्डेशन के चेयरमेन योहेही शासाकावा सहित चौदह सदस्यीय दल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर से मुलाकात की।चन्द्राकर ने राज्य सरकार की ओर से शासाकावा का आत्मीय स्वागत किया। स्वास्थ्य मंत्री के साथ शासाकावा के साथ संक्षिप्त बैठक हुई। शासाकावा ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों के लिए किए जा रहे कार्यों की जमकर प्रशंसा की। इस मौके पर राज्य में कुष्ठ पीड़ित रोगियों की खोज और उनके पुनर्वास के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से राज्य स्तरीय को-आर्डीनेशन कमिटी बनाने के संबंध विचार-विमर्श हुई।
इसके आलावा पीड़ितों को कुष्ठ विकलांगता प्रमाण-पत्र प्रदान करने के संबंध में भी विचार किया गया। श्री शासाकावा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) के माध्यम से प्रदेश के कुष्ठ रोगियों के लिए मद्द का आश्वासन भी दिया।
वहीं योहि सासाकावा के नेतृत्व में जापान से आये प्रतिनिधि मण्डल ने मंत्रालयमें समाज कल्याण विभाग के सचिव सोनमणि बोरा से भी मुलाकात की। इसमें एसोसियेशन ऑफ पिपुल एफेक्टेड बाई लेप्रोसी (इंडिया) छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष श्री घासीराम भोई भी शामिल थे। प्रतिनिधि मण्डल ने कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों की सेवा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मिलकर सामाजिक सहभागिता की इच्छा जतायी। प्रतिनिधि मण्डल ने कहा कि निपुन फाउण्डेशन द्वारा कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए कौशल उन्नयन के लिए सहायता दी जाएगी।
बोरा ने उनका स्वागत किया और कहा कि सोशल मीडिया, सूचना प्रौद्योगिकी और तकनीकी का इस्तेमाल करके कुष्ठ प्रभावित लोगों की बेहतरी के लिए और भी अच्छे कार्य करेंगे और समाज में इनके लिए सकारात्मक वातावरण तैयार कर सकेंगे। श्री बोरा ने प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश में कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों को हर महीने दी जाने वाली पेंशन 350 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए कर दिया गया है। कुष्ठ प्रभावित लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत हर महीने एक रूपए की दर से प्रति यूनिट सात किलो के मान से चावल दी जा रही है। इन्हें स्मार्ट कार्ड की भी सुविधा दी गई है।