शिक्षा,स्वास्थ्य,सूखा और सुरक्षा पर राउत ने लगाई क्लास

BHASKAR MISHRA
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jila istriya samikcha baithak (2)बिलासपुर—जिले के प्रभारी सचिव एम.के.राउत ने मंथन सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लकर कार्यों की समीक्षा की। गर्मी को देखते हुए बंद पेयजल स्त्रोतों का मरम्मत करने को कहा। पेयजल स्त्रोतों को चालू हालत में रखने के निर्देश दिए।

             
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                मंथन सभागार में आयोजित बैठक में राउत ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 198 नलजल और 108 स्थल जल स्त्रोतों की जानकारी है। बंद पड़े जल स्त्रोतों के लिए पीएचई विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि बिजली बिल नहीं पटाने के कारण यदि जल स्त्रोतों के कनेक्शन काटे गये हैं तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
             राउत ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग 14वें वित्त आयोग की राशि से स्पार्ट सोर्स के बिजली बिल भरे जा रहे हैं। जिले में संचालित 12 हजार 90 हैण्डपंप में से 11 हजार 996 चालू हालत में है। बिगड़े हैण्डपंपों के जल्द सुधारा जाए। उन्होंने पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों में जल आपूर्ति के लिए प्रोजेक्ट बनाने को कहा। शहरी क्षेत्र में पानी आपूर्ति घूंटाघाट से पानी लाने की योजना के बारे में बताया।
टारगेट के लिए नहीं करें काम

राउत ने कहा कि केवल टारगेट पूरा करने के लिए शौचालय न बनाएं। शौचालय ऐसा बने कि लोग उपयोग भी करें। शौचालय बनाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करें। ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्र में गुप्त मतदान व्यवस्था का सुझाव भी दिया। ग्रामीण शौचालय का उपयोग नहीं करता है उसका नाम लिखकर डब्बे में डाला जायेगा। डब्बे खोलने पर जिसका भी नाम निकलेगा जुर्माना लगाया जाएगा।

शौचालयों का मरम्मत

                 राउत ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में मरम्मत योग्य शौचालयों को प्राथमिकता से ठीक करने को कहा। सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को निर्देश भी दिया। वर्तमान में 400 आंगनबाड़ी केन्द्रों के शौचालय मरम्मत योग्य है। शिक्षा विभाग के एबीओ को महीने में 15 दिन स्कूलों का निरीक्षण करने को कहा। आश्रम छात्रावासों में साल भर सब्जी उगाने के निर्देश दिए। फलदार पौधों का रोपण करने को कहा। महिला छात्रावासों में महिला होमगार्ड अनिवार्य रूप से लगाए जाने की बात कही।
अस्पतालों में बिजली और पानी की सुविधा
                  अस्पतालों में बिजली और पानी की सुविधा प्राथमिकता पर हो। सभी एसडीएम अस्पतालों का निरीक्षण करें। सभी विद्यार्थियों का हेल्थ कार्ड बना है या नहीं इसकी मानिटरिंग लगातार हो। अति गंभीर कुपोषित बच्चों को सामान्य अवस्था में लाने के लिए जिला अस्पताल और सीएचसी गौरेला में एनआरसी सेंटर संचालित है। सेंटरों में बच्चों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। शासकीय अस्पतालों में हेल्थ स्मार्ट कार्ड का उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिये।
                   बैठक में कलेक्टर अन्बलगन पी., जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जे.पी.मौर्य, एसडीएम पेण्ड्रारोड ऋचा प्रकाश चौधरी, सहायक कलेक्टर हरीश एस, सभी एसडीएम, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
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