कुलपति का एनएसयूआई ने किया घेराव..गाड़ी में बांधा नारियल

BHASKAR MISHRA
4 Min Read

IMG-20170211-WA1062बिलासपुर— एनएसयूआई ने छात्र-छात्राओं के साथ बिलासपुर विश्वविद्यालय का घेराव किया। महाविद्यालयों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।  एनएसयूआई नेताओं ने पांच सूत्री मांग को लेकर कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन दिए जाने के बाद मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। घेराव के दौरान एनएसयूआई और कुलपति के बीच जमकर कहासुनी हुई। छात्रों ने कुलपति पर तानाशाही का भी आरोप लगाया है।

                   एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सौहेल खलिक की अगुवाई में छात्र छात्राओं ने पांच सूत्रीय मांग को लेकर बिलासपुर विश्वविद्यालय का घेराव किया। सोहैल ने बताया कि विश्वविद्यालय क्षेत्राधिकार के सभी महाविद्यालय स्वाध्यायी छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। नियमित छात्रों को भी परीक्षा प्रक्रिया के नाम बेवजह परेशान किया जा रहा है।

                                 सौहेल ने बताया कि पिछले दिनों सेमेस्टर परीक्षा में 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र छात्राओं को फेल कर दिया गया। जो किसी भी सूरत में संभव नहीं है। इससे जाहिर होता है कि मूल्यांकन में भारी लापरवाही हुई है। उत्तर पुस्तिका की फिर से जांच की जाए। सौहेल के अनुसार विलासपुर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस साल सभी छात्रों को आनलाइन परीक्षा फार्म भरने को कहा था। फार्म जमा करने की अंतिम तारीख को विश्वविद्यालय का सर्वर खराब हो गया। जिसके चलते ज्यादातर परीक्षार्थी  नामांकन फार्म नहीं भर पाए। इसलिए परीक्षा फार्म भरने का एक मौका छात्रों को दिया जाए।

                         एनएसयूआई नेता के अनुसार कालेजों में प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर अवैध वसूली की  जा रही है। सभी छात्रों से तीन सौ से लेकर चार सौ रूपए अतिरिक्त वसूली की जा रही हैं। शिकायत के बाद भी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कालेजों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाया । महाविद्यालयों में छात्रों से दो सौ रूपए से लेकर तीन सौ रूपए नो ड्यूस के नाम पर लूटा जा रहा है।

        सौहेल ने पत्रकारों से बताया कि गरमी सिर पर है। अभी तक संभाग के किसी भी कालेज में वाटर कूलर नहीं लगाया गया है। कक्षाओं में पंखा नहीं है। विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों की समस्याओं को लेकर कहीं से गंभीर नहीं है। महाविद्यालयों को अवैध वसूली से फुर्सत नहीं है।

            सौहेल के अनुसार छात्रों की शिकायत और पांच सूत्रीय मांग पत्र को कुलपति गौरीदत्त शर्मा ने सार्वजनिक रूप से लेने से इंकार कर दिया। सौहेल ने बताया कि अक्सर होता है कि कुलपति महोदय बंद कमरे में पांच दस लोगों के सामने शिकायतों को सुनकर दूर करने का आश्वासन देते हैं। लेकिन बाद में मुकर जाते हैं। इसलिए हमने कुलपति को पांच सूत्रीय मांग पत्र सबके सामने देने का फैसला किया लेकिन कुलपति ने लेने से इंकार कर दिया।

                     इसके बाद नाराज छात्रों ने कुलपति की गाड़ी में पांच सूत्रीय मांगों को चस्पा कर दिया। एनएसयूआई नेताओं ने बताया कि बिलासपुर विश्वविद्यालय भगवान भरोसे चल रहा है। इसलिए कुलपति की गाड़ी में लाल कपड़े में नारियल और रक्षा सूत्र लपेटकर बांध दिया। यदि विश्वविद्यालय ने मांगो को गंभीरता से नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

close