13 महिलाओं की मौतःजिम्मेदार कौन-भूपेश

BHASKAR MISHRA
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BHUPESH---बिलासपुर—भ्रष्ट और दागी अधिकारियों को प्रदेश सरकार का समर्थन है। यही कारण है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का ग्राफ गिरने की वजाय बढ़ रहा है। सामंजस्य नहीं होने के कारण बीएल अग्रवाल के ठिकाने पर सीबीआई ने छापा मारा। एक के साथ लेनदेन ठीक से हुआ नहीं…या फिर लेनदेन की भनक लगने के बाद ही सीबीआई ने छापा मार दिया। यह बातें पत्रकार वार्ता में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कही। भूपेश ने कहा कि बीएल अग्रवाल का निलंबन वापस क्यों लिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए। पहले आयकर ने छापा मारा था। इसके बाद सरकार ने उसे निलंबित कर दिया। निलंबन वापस होते ही सीबीआई ने छापा मार दिया। इसका मतलब है कि निलंबन वापस लेने में साठगांठ हुई है। भूपेश ने कहा कि नसबन्दी काण्ड में डॉ.आर.के.गुप्ता को दोषमुक्त कर दिया गया है। प्रश्न उठता है कि आखिर 13 महिलाओं की मौत का जिम्मेदार कौन है। क्योंकि गुप्ता के अलावा किसी पर 304 का मामला दर्ज नहीं किया गया है।

             
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                                           छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पीसीसी अध्यक्ष भूपेश ने कहा कि समझौता नहीं होने के कारण बीएल अग्रवाल के ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा है। अग्रवाल पर पहले आयकर ने छापा मारा। छापामार कार्रवाई में दो सौ से अधिक बैंक खाते मिले। सरकार ने उसे निलंबित कर दिया। बाद में बहाली का भी आदेश थमा दिया।  शायद डील पूरी होने या खबर लीक होते ही सीबीआई ने छापा मार दिया। अग्रवाल के ठिकाने से बेहिसाब संपत्ति मिली है। इसलिए निलंबन वापस लेने के कारणों की भी जांच होनी चाहिए। भूपेश ने कहा कि जिसने सीबीआई को डेढ़ करोड़ का आफर दिया है उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो। पर्दे के पीछे कौन है खुलासा होना जरूरी है।

                  भूपेश ने बताया कि साल 2014 में एक छोटे से आपरेशन से 13 महिलाओं की मौत हो गयी। एक मात्र डॉ.आर.के.गुप्ता के खिलाफ 304 का अपराध दर्ज किया गया। हाईकोर्ट से गुप्ता को क्लीन चिट मिल गयी है। आखिर 13 महिलाओं की मौत के लिए जिम्मेदार कौन है। दवाई विक्रेताओं पर 304 का प्रकरण दर्ज नहीं है। इससे जाहिर होता है कि जांच में लापरवाही हुई है। यदि सरकार थोड़ी बहुत भी गंभीर है तो मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया जाए। सरकार को हाइकोर्ट के निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देनी चाहिए।

भूपेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नसबन्दी काण्ड मामले को सुप्रीम कोर्ट में रखने का दबाव सरकार पर बनाएगी। सीबीआई जांच की मांग करेगी। कांग्रेस विधायक शराबंदी पर अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। क्या कांग्रेस पार्टी समर्थन करेगी। सवाल को नई दिशा देते हुए भूपेश ने कहा कि धान घोटाला की तरह शराब में भी घोटाला हो रहा है। मंत्री और मुख्यमंत्री शराबबंदी की जगह शराब को बढ़ावा दे रहे हैं। नान घोटाले में सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है।

जनवेदना पंचायत पर भी भूपेश ने सवा्लों का जवाब दिया। उन्होने कहा कि नोटबंदी से देश की आर्थिक व्यवस्था पर चोट पहुंची है। जनवेदना में प्रधानमंत्री से सवाल जवाब किया जा रहा है। कितना कालाधन आया। आंतकवाद पर किस नियंत्रण हुआ। जनता प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रही है। भूपेश ने बताया कि कांग्रेस की टीम बहुत अच्छा काम कर रही है। पार्टी को जनता का समर्थन भी मिल रहा है।

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