दस माह मे 226 करोड़ की शराब गटक गए,बिलासपुर के मदिरा प्रेमी

Shri Mi
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सीजीवालबिलासपुर।शराब बंदी की चर्चाओँ के दौर में शराब की खपत के आँकड़ों पर गौर करें तो एक सोचनीय तस्वीर सामने आती है। अकेले बिलासपुर जिले के मदिरा प्रेमियों ने पिछले दस माह में एक करोड़ लीटर से अधिक शराब की खपत कर दी।जिससे सरकार के आबकारी विभाग को दो अरब छब्बीस करोड़ (226 करोड़) से अधिक का रेवेन्यू हासिल हुआ। पिछले तीन साल का हिसाब देखें तो बिलासपुर जिले में देशी शराब की खपत बढ़ी है।जबकि देशी-विदेशी शराब की दुकानों की गिनती के मामले में बिलासपुर,प्रदेश में दूसरे नंबर पर है और शराब से रेवेन्यू कमाने के मामले में तीसरे नंबर पर है।

                                 विधानसभा के चालू सत्र में विधायकों की ओर से पूछे गए सवालों पर सरकार के जवाब में ये आँकड़े सामने आए हैं। इन आँकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश के सत्ताइस जिलों में  पिछले तीन सालों में शराब की खपत में उन्नीस-बीस की स्थिति रही है। फिर भी छत्तीसगढ़ के टॉप-थ्री के हिसाब से देखें तो तीन-चार जिलों के बीच ही मुकाबले की स्थिति नजर आती है।शराब की अधिक खपत वाले जिलों में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग,रायगढ़, जाँजगीर-चाँपा,कोरबा, बलौदाबाजार,बालोद जैसे जिलों की गिनती की जा सकती है।सीजीवाल।

                                 लेकिन जहां तक बिलासपुर जिले का सवाल है, यहां भी खपत का आँकड़ा कम नहीं है। हालांकि आँकड़े बताते हैं कि बिलासपुर जिले में  2014-15 के मुकाबले 2015-16 में देशी-विदेशी शराब की खपत में  कुछ प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी।लेकिन चालू माली साल के पिछले दस महीने( अप्रैल से जनवरी तक ) का आंकड़ा कहता है कि जिले के मदिरा प्रेमी दस माह में एक करोड़ लीटर से अधिक शराब गटक गए। जिले में 2014-15 में विदेशी मदिरा के प्रेमियों की गिनती अधिक थी। लेकिन 2015-16 में देशी शराब पीने वालों की संख्या बढ़ी है। और यह बढ़त पिछले दस महीने में भी बरकरार रही।सीजीवाल।

जांजगीर चांपा जिले मे सबसे अधिक दुकानेपिछले तीन साल के आँकड़े बताते हैं कि देशी शराब दुकानों की संख्या के मामले में जांजगीर –चाँपा जिला और विदेशी शराब दुकानों के मामले में रायपुर जिला अव्वल हैं।जहां तक बिलासपुर जिले का सवाल है,पिछले दो साल से यह देशी-विदेशी शराब दुकानों की गिनती के मामले में दूसरे नंबर पर है। इस जिले में देशी-विदेशी शराब की 71 दुकानें चल रही हैं।हाइवे के किनारे लगने वाली दुकानों की गिनती छत्तीसगढ़ में 400 से अधिक है। इसमें भी सबसे अधिक 38 दुकानें जांजगीर-चाँपा जिले में हैं। इस मामले में बिलासपुर दूसरे औऱ रायपुर जिला तीसरे मंबर पर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत 1 अप्रैल 2017 के बाद से कोई भी शराब दुकान राजमार्ग की 500 मीटर के दूरी में संचालित नहीं होगी।सीजीवाल।

रेवेन्यू मे रायपुर अव्वल,बिलासपुर तीसराशराब दुकानों से मिलने वाले राजस्व के मामले में पिछले तीन साल के आँकड़े बोलते हैं कि इसमें भी हर साल इजाफा होता रहा।इस मामले में पिछले तीन साल से रायपुर जिला पहले नंबर पर रहा है। जहां हर साल राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज होती रही है।शराब से रेवेन्यू हासिल करने में दुर्ग जिला दूसरे नंबर पर नजर आता है।जबकि बिलासपुर जिले को तीसरे नंबर पर रखा जा सकता है।हालांकि 2014-15 के मुकबले 2015-16 में जिले का राजस्व कम हुआ था। लेकिन इस साल फिर रेवेन्यू में बढ़ोतरी नजर आ रही है।और 2014-15 में जहां बिलासपुर जिले से 225 करोड़ का रेवेन्यू मिला था, वहीं इस बार अप्रैल से जनवरी के बीच दस महीनों में ही यह आँकड़ा 226 करोड़ को पार कर गया है। मतलब जिले के मदिरा प्रेमियों ने दस महीने में करीब सवा दो अरब की शराब खपत कर ली है।सीजीवाल।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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