सीएम बोले दो घंटे का काम अब बीस मिनटो मे !!

Shri Mi
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mahilasdiwas_rpr_file♦मुख्यमंत्री बोले आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के भविष्य को गढ़ने का काम हो रहा
रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित समारोह में राज्य के आंगनबाड़ी केन्द्रों के तीन से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए संस्कार अभियान और शेष 26 जिलों में संकटग्रस्त महिलाओं के लिए खुलने वाले वन स्टाप ‘सखी-केन्द्रों’ का एक साथ शुभारंभ किया। डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के शेष 26 जिलों में संकटग्रस्त महिलाओं के लिए वन स्टाप सखी केन्द्रों के शुभारंभ का उल्लेख करते हुए कहा कि रायपुर में 16 जुलाई 2015 को इसकी शुरूआत हो चुकी थी, अब अन्य 26 जिलों में भी ये केन्द्र शुरू हो गए हैं। वहां अब किसी भी माता-बहन को अगर कोई परेशानी आती हो, वे किसी प्रकार के संकट में हो, कोई उन्हें प्रताड़ित कर रहा हो तो तत्काल इन केन्द्रों में सूचना और एफआईआर भी दर्ज करा सकती है।

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                                            मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को रसोई में होने वाली परेशानी को देखते हुए यह योजना शुरू की गई है। इसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ में 35 लाख परिवारों को महिलाओं के नाम पर सिर्फ 200 रूपए के पंजीयन शुल्क पर रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। अब तक नौ लाख परिवारों को इनका वितरण किया जा चुका है।सीएम ने कहा कि लकड़ी से चूल्हा जलाकर रसोई बनाने में कम से कम दो घंटे का समय खर्च होते था, जबकि अब यह काम 20 मिनट में होने लगा है।

                                     सीएम ने कार्यक्रम में प्रदेश के सात जिलों की आठ हजार 500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए मोबाइल फोन वितरण और पर्यवेक्षकों के लिए कम्प्यूटर टेबलेट वितरण कार्य का भी शुभारंभ किया। आंगनबाड़ी सेवाओं में मोबाइल फोन के इस्तेमाल के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इनमें रायपुर, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम (कवर्धा) और गरियबांद जिले शामिल किए गए हैं। इन्हें मिलाकर 27 में से 17 जिलों में विश्व बैंक की सहायता से 43 एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

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By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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