झोलाछाप कहे जाने पर डाक्टरों ने जताई नाराजगी

BHASKAR MISHRA
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IMG20170323152118बिलासपुर—अल्टरनेटिव चिकित्सकों ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया। सर्व सेवा समिति के बैनर तले चिकित्सकों ने रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव भी किया। जिला प्रशासन पर बेवजह प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। अल्टरनेटिव चिकित्सकों ने डिप्टी कलेक्टर एस.आर.कुर्रे को बताया कि पिछले 20 दिनों से डिग्री जांच करने के बाद बिना कुछ बताए क्लिनिक को सील कर दिया जा रहा है। जिसके कारण व्यवसाय और परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।

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                       अल्टरनेटिव चिकित्सकों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर स्वास्थ्य महकमे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। चिकित्सकों ने बताया कि पिछले 20 दिनों से स्वास्थ्य महकमा डिग्री देखने के बाद क्लिनिक में ताला ज़़ड़ देता है। जिसके चलते चिकित्सक मानसिक रूप से परेशान हैं। व्यवसाय चलाना मुश्किल हो गया है। प्रभावित हो रहा है।

                          पार्षद राकेश गुप्ता ने बताया कि मैं भी अल्टरनेटिव चिकित्सक हूं। मेरे साथ सभी अल्टरनेटिव चिकित्सकों की क्लिनिक को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया है। गुप्ता ने बताया कि जिले में करीब 12 सौ से अधिक अल्टरनेटिव चिकित्सक हैं। कोर्ट अल्टरनेटिव चिकित्सकों की डिग्री को मान्य करता है। लेकिन राज्य शासन ने अल्टरनेटिव चिकित्सा को नर्सिंग एक्ट में शामिल नहीं किया है।

                             गुप्ता ने बताया कि अल्टरनेटिव चिकित्सकों की मान्यता को लेकर हाईकोर्ट में अंतिम सुनवाई चल रही है। प्रशासन को कम से कम हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए था। इसके उलट स्वास्थ्य विभाग एक तरफा कार्रवाई करते हुए क्लिनिक को सील कर दिया है। सीलिंग कार्रवाई के पहले पक्ष भी नहीं रखने दिया गया। एक तरफा कार्रवाई का हम लोग विरोध करते हैं।

                                डॉ. रमेश वैष्णव और डॉ आर के गौराहा ने बताया कि जब अल्टरनेटिव चिकित्सकों को मान्यता नहीं देना था तो सरकार ने डिग्री क्यों बांटी। मामला हाईकोर्ट में चल रहा है…फिर कार्यवाही के लिए इतनी जल्दवाजी समझ से परे है। डॉ.वैष्णव ने बताया कि जिला और राज्य प्रशासन को कम से कम हाईकोर्ट के निर्णय का इंंतजार करना चाहिए था । यह जानते हुए भी कोर्ट ने अल्टरनेटिव चिकित्सा को मान्य किया है।

                             डॉ.एस.एस.चौहान ने बताया कि हमारी जिला प्रशासन से मांग है कि बीएएमएस की तरह अल्टरनेटिव चिकित्सा को भी नर्सिंग एक्ट से बाहर रखा जाए। या फिर नर्सिंग एक्ट की मान्यता दी जाए। चौहान ने बताया कि जिला प्रशासन से निवेदन किया है कि हाईकोर्ट के निर्णय आने तक सीलिंग की कार्यवाही को बंद रखा जाए।

                               कलेक्टर कार्यालय पहुंचने से पहले सैकड़ों की संख्या में अल्टरनेटिव चिकित्सकों ने नेहरू चौक में धरना प्रदर्शन किया। सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अल्टरनेटिव चिकित्सकों ने झोलाछाप डाक्टर कहे जाने पर मीडिया को जमकर आड़े हाथ लिया। चिकित्सकों ने कहा हमें सरकार ने डिग्री दी है।

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