बिलासपुर।शनिवार क को केन्द्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा श्श्रवण बाधित बच्चों के शिक्षण में सम्प्रेषण विकल्पश् विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था।कार्यशाला के समापन समारोह में ग्रामीण प्रौदयोगिकी विभाग के डॉण् राजेंद्र मेहता तथा शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉण् चंद्रशेखर वझलवार एवं डॉ संबित कुमार पाढ़ी की गरिमामयी उपस्थित में कार्यान्वित हुआ।इस मौके पर डॉ. संबित पाढ़ी ने कहा कि आप सभी सहभागीगण विभिन्न राज्यों से यहाँ उपस्थित हुए हैं और अपने कार्यक्षेत्र में जा कर इस पांच दिन के कार्यशाला में जो कुछ भी सीखा अपने श्रवण बाधित बच्चों को भगवान का स्वरुप मानकर शिक्षा प्रदान करें एवं उनको आत्मा निर्भर बनायें।
सहभागियों ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह पांच दिवसीय कार्यशाला में हमने सीखा कि केवल सिद्धान्त पर बल ना देकर छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करें तथा उनको आत्मा निर्भर बनायेंगें और कहा कि इस तरह का कर्यक्रम भविष्य में होगा तो हम जिम्मेदारी से भाग लेंगे ।डॉ. राजेंद्र मेहता ने इस अवसर पर कहा कि आप सभी विभिन्न विकलांगता वाले बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैंए यह जानकार मैं अपने आप को बहुत गर्वान्वित महसूस कर रहा हूँ । आप सभी अपने विद्यालयों में इस प्रकार के बच्चों का ज्ञानात्मकए भावात्मक और मनोगामक पहलूओं का ध्यान रखते हुए ईमानदारी से धैर्य के साथ शिक्षण कार्य संपन्न करें।