कैशलेस ट्रांजेक्शन पर बैंकों ने यूजर चार्ज बढ़ाया

Shri Mi
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बिलासपुर।नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांजेक्शन पर बैंकों ने यूजर चार्जेस बढ़ा दिया है। 1 अप्रैल से खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर पेनाल्टी ली जाएगी। एटीएम कार्ड से रकम निकालने के लिए पहले से ही दरें निर्धारित है। खाता धारकों को अमूमन ट्रांजेक्शन करने की एवज में निर्धारित चार्जेस के बारे में कम जानकारी होती है। इस मामले में अपडेट नहीं हुए, तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। हर बैंक के चार्जेस अलग अलग होते हैं। इसकी जानकारी बैंक अधिकारी या फिर बैंक की साइट से सीधे निकाली जा सकती है।
                         चिप वाले ATM कार्ड की बदले में अब तक बैंक 200 से 250 रुपए वसूल रहे हैं। इसके अलावा वार्षिक ATM कार्ड किराया अलग से लिया जाता है। साल में 46 से ज्यादा बार एकाउंट से कैश ट्रांजेक्शन करने पर 20 रुपए हर ट्रांजक्शन के शुल्क बैंक काट लेते हैं। इसकी जानकारी खाताधारकों को नहीं मिल पाती।
                           20 से ज्यादा चेक के इस्तेमाल पर प्रत्येक  चेक पर 1 से 5 रुपए तक वसूले जाते हैं। चेक के मुताबिक खाते में बैलेंस नहीं होने पर बैंक खाते से 175 रुपए काटते हैं। इसी प्रकार दूसरे बैंक के एटीएम से महीने में पंजाब बैंक में तीन और एसबीआई के एकाउंट होल्डर 5 बार से ज्यादा रकम निकालते हैं तो हर बार 20 रुपए खाते से कट जाते हैं। इसके अलावा खाते से म्युचुअल फंड, एलआईसी, फाइनेंस के नियमों का पालन नहीं करने पर भी बैंक चार्ज वसूलते हैं। वहीं लॉकर की सुविधा लेने पर लॉकर के आकार के हिसाब से स्माल 1400 रुपए, मीडियम 2100 रुपए, लॉर्ज 4500 रुपए वार्षिक शुल्क की कटौती बैंक सीधे खाते से करते हैं।
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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