दीवार फांदकर जिला कार्यालय परिसर में दाखिल हुए कांग्रेसी

BHASKAR MISHRA
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IMG_20170327_211814_937बिलासपुर—कांग्रेस कमेटी ने रेल और राज्य प्रशासन पर किसान विरोधी नीति पर चलने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेताओं ने सोंमवार को कांग्रेस भवन से कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पेन्ड्रा-अनूपपुर…सारबहरा गेवरा रोड लाइन दोहरीकरण में प्रभावित किसानों को मुआवाजा देने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने रेल प्रशासन की तानाशाही का विरोध करते हुए जिला प्रशासन को बताया कि रेल लाइन में जमीन आने के बाद सैकड़ों किसानों को अभी तक मुआवाजा नहीं दिया गया है।

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                                   किसानों को मुआवजा देने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा करने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे कांग्रेसियों ने गांधीगिरि का प्रदर्शन किया। इसके पहले पेन्ड्रा के सैकड़ों किसान समेत पूर्व जनपद सदस्य और कांग्रेस नेता इकबाल सिंह सरदार और मोहम्मद सादिक ने जिला कांग्रेस कमेटी के साथ विरोध प्रदर्शन का खाका तैयार किया। इसके बाद जिला कांग्रेस नेताओं के साथ रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर घेराव किया।

                       इस दौरान इकबाल सिंह सरदार मो सादिक और जिला कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरूद्दीन, अटल श्रीवास्तव, देवेन्द्र सिंह, पार्षद तैयब हुसैन, किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील शुक्ला, सुभाष ठाकुर विशेष रूप से मौजूद थे।कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला परिसर का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया। इसके बाद नाराज कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुछ लोग गेट फांदकर तो कुछ लोग बाउंड्रीबाल को लांघकर कलेक्टर परिसर में प्रवेश किया।

                    पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने बताया कि पेण्ड्रा- अनुपपूर…सारबहरा से गेवरारोड रेलवे लाइन के बीच सैकड़ों किसानों की जमीन ली गयी। अभी तक मुआवजे का निराकरण नही किया गया है। लाइन के बीच जमीन आने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। रेलवे प्रशासन जमीन अधिग्रहण नही करने की बात कह रहा है। इसके सैकड़ों किसानों के सामने भूखे मरने की स्थिति आ गयी है। उनके हाथ से जमीन तो गयी…लेकिन मुआवजा भी नहीं मिला।

                                   इकबाल सिंह सरदार ने बताया कि लाइन दोहरीकरण के बीच किसानों की जमीन दब गयी है। रेलवे प्रशासन ने किसानों को मुआवजा देने से इंकार कर दिया है। रेलवे के दो टूक जवाब से किसान अपने आप को अकेला महसूस कर रहा है। जिला प्रशासन से निवेदन है कि किसान हित में रेलवे प्रशासन के साथ बैठकर चर्चा करे। क्योंकि रेलवे अधिकारी किसी बात को सुनने के लिए तैयार नही है।

                    इकबाल ने कहा कि कुछ लोगों को ही भूमि का मुआवजा मिला है। जबकि रेलवे ने निर्धारित भूमि से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया है। राजेन्द्र और नरेन्द्र बोलर ने कहा कि किसानों के साथ लगातार अन्याय हो रहा है। कभी राज्य तो कभी केन्द्र सरकार…किसानों को छलने से बाज नहीं आ रही है।

               उग्र प्रदर्शन को देखते हुए अतिरिक्त कलेक्टर केडी कुंजाम कांग्रेस नेताओं और किसानों से मिलने पहुचे। लेकिन कांग्रियों ने कलेक्टर के अलावा किसी से भी मिलने से इंकार कर दिया। काफी मान मनौव्वल के बाद कांग्रेसियों ने कुंजाम को बताया कि रेलवे ठेकेदारों ने आदिवासियों को धमकाकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। सैकड़ों एकड़ जमीन से बिना मुआवजा दिए लाइन बिछा दिया है। यदि प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

 

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