♦सीएम ने दी समाधान शिविर में शराब कोचियों को जेल भेजने की चेतावनी
सुकमा।राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित इलाकों में विकास और विश्वास का पैगाम लेकर तेज धूप और गर्म हवाओं के थपेड़ों के बीच प्रदेश के मुखिया डॉ. रमन सिंह का सघन दौरा मंगलवार को भी जारी रहा। प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तीसरे चरण का आज दूसरा दिन था।मुख्यमंत्री राज्य के अंतिम छोर के जिला मुख्यालय सुकमा से रवाना होकर पहले वहां के ग्राम केरलापाल में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए।मुख्यमंत्री को केरलापाल ले जाने के लिए सुकमा में हेलीकॉप्टर मौजूद था, अधिकारियों ने उनसे कहा कि सुरक्षा करणों से उन्हें हेलीकॉप्टर में जाना चाहिए, लेकिन डॉ. सिंह नेे सड़क मार्ग से वहां जाने का निर्णय लिया।वे नक्सल खतरे की परवाह किए बिना सुकमा से 18 किलोमीटर सड़क के रास्ते केरलापाल पहुंचे और समाधान शिविर में शामिल हुए। ज्ञातव्य है कि इस सड़क पर नक्सलियों द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया था, इसी इलाके में वर्ष 2012 सुकमा के तत्कालीन कलेक्टर का अपहरण भी हुआ था, जिन्हें बड़ी कठिनाई से छुड़वाया गया।
मुख्यमंत्री केरलापाल से हेलीकॉप्टर द्वारा बीजापुर जिले के ग्राम दुगोली आए और वहां उन्होंने समाधान शिविर में ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए शराबबंदी में सभी लोगों और विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी का आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने दुगोली में नल जल योजना के लिए 33 लाख 55 हजार रूपए मंजूर करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शराब के अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए तीन हजार या उससे कम आबादी वाले गांवोें में शराब दुकानों को बंद करवा दिया है। अब अगर कहीं कोई कोचिया अवैध शराब बेचते दिखेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। अवैध शराब के वाहनों को सरकार जब्त कर लेगी। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में इस नक्सल प्रभावित इलाके के ग्रामीणों को सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
डॉ रमन ने कहा कि इन योजनाओं के जरिए जनता की हर समस्या का निराकरण होगा। जिस प्रकार हम लोग दीपावली के पहले अपने घरों की विशेष रूप से सफाई करते हैं, ठीक उसी तरह अगले दो साल में समस्याओं का भी सफाया करने का हमारा लक्ष्य है। डॉ. सिंह ने कहा कि अगले दो साल में बीजापुर जिले के हर गांव और हर मजरे टोले में बिजली पहुंच जाएगी।