ओमनगर पार्षद का आरोप..वार्ड के साथ दो आंख..अनंतकाल तक चलेगा सिवरेज का काम

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170409-WA0004     बिलासपुर— वार्ड IMG-20170409-WA0002क्रमांक 9 के पार्षद ने निगम सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन का एलान किया है। काशी रात्रे की मानें तो वार्डवासियों को भाजपा पार्षद प्रत्याशी को हराने का दुख दिया जा रहा है। वार्ड में विकास के नाम पर काम कम…समस्याएं ज्यादा पैदा की जा रही हैं। पिछले डेढ़ साल से महापौर से लेकर निगम अधिकारियों तक जरहाभाठा वासियों की परेशानियों को दूर करने आवेदन निवेदन और प्रतिवेदन दे रहा हूं…लेकिन क्या मजाल कि कोई मेरे निवेदन को स्वीकार करे।

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                              पार्षद काशी रात्रे ने बताया कि विकास के नाम पर वार्ड 9 में विनाश खेल दो साल से विनाश का खेल चल रहा है। वार्डवासियों को न तो साफ पानी मिल रहा है और ना ही सड़क पानी बिजली की व्यवस्था को ठीक कहा जा सकता है। निगम सरकार ने सौंदर्यीकरण के नाम पर सौ साल पुराना मंदिर को उखाड़ फेंका। इससे लोगों की आस्था को चोट पहुंची है। भगवान की मूर्ति खुले आसमान के नीचे पानी और धूप की मार सह रही है।

                            पार्षद काशी रात्रे के अनुसार पिछले डेढ़ साल से लगातार वार्ड वासियों की समस्याओं को निगम अधिकारियों और पार्षद के सामने रख रहा हूं। महापौर हैं कि कुछ सुनने को तैयार नहीं है। हर बार आश्वासन देकर लौटा देते हैं। जरहाभाटा के लोग सालों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसा कोई मौसम नहीं है जिसकी मार उन पर नहीं पड़ती हो। बरसात के मौसम में गलियों का पानी घरों में घुस जाता है। शिकायत के बाद भी निगम प्रशासन ने आज तक ध्यान नहीं दिया है। जबकी दो तीन महीने बाद बरसता आने वाला है।

         IMG-20170409-WA0007                                ओमनगर जरहाभाटा पाIMG-20170409-WA0008र्षद ने बताया कि वार्डवासियों के साथ विकास के नाम पर निगम प्रशासन छल कर रहा है। पिछली बार जब बरसात का पानी घरों में घुस गया तो महापौर ने निरीक्षण के बाद सब ठीक ठाक करने का आश्वासन दिया था। लोगों को आज तक ठीक ठाक होने का इंतजार है। रात्रे ने बताया कि ओमनगर जरहाभाटा बिलासपुर की पुरानी बस्तियों में से एक है। बस्ती के सम्पूर्ण विकास के लिए निगम प्रशासन को गंभीरता के साथ सोचना होगा। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। शिकायतों को निगम एक कान से सुनता है..दूसरे से बाहर निकाल देता है।

                          काशी रात्रे ने बताया कि कांग्रेसी वार्ड होने के कारण महापौर और उनके साथी जरहाभाठा वासियों को जानबूझकर परेशान कर रहे हैं। कुछ समय पहले निगम दस्ते ने तालाब की मेड़ को तोड़ दिया। तालाब का गंदा पानी लोगों के घर में घुटनों तक भर गया। काफी चीख पुकार के बाद भी निगम के नुमाइंदे लोगों के दुख दर्द को बांटने नहीं पहुंचे। मजबूरन लोगों ने वही किया जैसा लोग करते हैं। घर में घुसे गंदे पानी को बाहर निकाला। सड़कों और नालियों को ठीक किया।

                        काशी रात्रे ने बताया कि जरहभाटा वासियों को निगम ने परेशान करने का कभी भी मौका नहीं छोड़ा । परेशान करने को कुछ नहीं मिला तो निगम ने 100 साल पुरानी मंदिर को ही तोड़ दिया। भगवान की मूर्ति अब खुले आसमान के नीचे है। सिवरेज ने ओमनगर वा्सियों का जीना हराम कर दिया है। कालोनी में चारो तरफ गढ्ढा ही गढ्ढा कर दिया गया है। चारों तरफ से रास्ते जाम हो गये है। गाड़ी क्या सड़कों से पैदल और सायकल से भी चलना मुश्किल हो गया है। दरअसल निगम सरकार ओमनगर जरहाभाटा वालों को इन्सान ही नही समझती है।

                  IMG-20170409-WA0003   काशी ने बताया कि बिलासपुर को सिवरेज का काम अन्IMG-20170409-WA0006हीन वरदान है। सिवरेज का काम खत्म होने में कई साल लगेंगे। निगम प्रशासन से गुजारिश है कि ओमनगर जरहाभाटा को इस सौगात से निजात दिलाए। सिवरेज में रेत की जगह गढ्ढों की फिलिंग मिट्टी से की जा रही है। कई बार शिकायत की । लेकिन निगम अधिकारी और इंजीनियरों को दाद देनी होगी कि वे कुछ सुनना ही नहीं चाहते हैं। काशी ने बताया कि रेत का पैसा भाजपाइयों की  जेब में जा रहा है।

                     दुख की बात है कि महत्वपूर्ण वार्ड होने के बाद भी ओमनगरवासी नाली का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। पार्षद ने निगम प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान की दिशा में अभी तक ओमनगर में कुछ नहीं किया गया। इसका अनुमान ओमनगर में जगह जगह कचरों के ढेर से लगाया जा सकता है।

                 काशी ने बताया कि बर्दास्त की सीमा होती है। आवेदन निवेदन और प्रतिवेदन बहुत हो गया। अब हक के लिए केवल आंदोलन होगा। वह भी वार्डवासियों के साथ

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