पुरस्कार से मिलता है प्रोत्साहन-चौबे

Shri Mi
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aisect_meet♦आईसेक्ट के वार्षिक सम्मेलन में उद्यमियों को किया गया पुरस्कृत
♦कौशल विकास से युवाओं को हुनरमंद करने मंथन
रायपुर। आईसेेक्ट ग्रुप का वार्षिक सम्मेलन आज राजधानी में आयोजित किया गया। जिसमें आईसेक्ट ने देश भर के उद्यामियों के साथ भारत के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से दक्ष करने का संकल्प लिया। वार्षिक सम्मेलन में कौशल विकास की वर्तमान स्थिति और भावी योजना की प्रक्रिया और अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने के विषय पर मंथन किया गया। इस दौरान ने बेहतर काम करने वाले उद्यमियों को अतिथियों ने पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। आईसेक्ट देश के सभी राज्यों में कौशल विकास केंद्र के माध्यम युवाओं को हुनरमंद करने का काम कर रहा है।

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                              वार्षिक सम्मेलन में आईसेक्ट ग्रुप के चेयरमेन संतोष चौबे ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आईसेक्ट का देश भर में एक स्टांग और सबसे बड़ा नेटवर्क है और इसका लाभ ही हमेशा से हमें मिलता रहा है। ग्रामीण,कस्बाई इलाके से लेकर शहरी क्षेत्र में हमारे सेंटर बेहतर काम करते हैं। श्री चैबे ने बताया कि हम लगातार शिक्षा के अलावा भी केंद्र व राज्य सरकार की अनेक योजनाओं में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। हमें इस बात की खुशी है कि देश के युवाओ के कौशल विकास के लिए हमें चुना गया। हम युवाओ का कौशल विकास के माध्यम से देश के विकास में सहभागी बनें हैं। प्रदेश में 11 जिलांें में केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें माध्यम से लाखों युवाओं को हम कौशल में दक्ष करेंगे। उन्होेने कहा कि पुस्कार से प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है। इसका उम्र के हर पड़ाव में अपना महत्व है। इसलिए आज बेहतर काम करने वाले उद्यामियों को पुरस्कृत किया जा रहा है। आईसेक्ट हमेशा से उद्यमी तैयार करने में विश्वास रखता है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके।

                           इस मौके पर आईसेक्ट के बीते साल के कार्य और इस वर्ष भावी योजनाओं पर विचार मंथन किया गया। देशभर से आए उद्यमियों के साथ कौशल विकास के साथ अन्य सभी विषयों पर योजना तैयार की गई। केंद्र व राज्य सरकार के कौशल विकास अभियान में आईसेक्ट की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है और इसे किस तरह और बेहतर किया जा सकता है विषय पर सभी ने अपने विचार रखें। इसी तरह आईसेक्ट फाइनेंशियल इनक्लूजन एंड यूआईडी सर्विसेस की प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। आईसेक्ट के आॅलाइन पोर्टल,क्यिोस्क,बे्रनी बियर स्कूल, सहित विभिन्न विषयों में विचार मंथन किया गया। वार्षिक सम्मेलन में आईसेक्ट के डायरेक्टर सिद्वार्थ चतुर्वेदी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और ग्रुप की भावी योजनाओं की जानकारी उद्यामियों को दी। इस अवसर पर प्रदेश भर के उद्यमी,आईसेक्ट ग्रुप के अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

काम में दक्षता ही सबसे बड़ी योग्यता-कुलसचिव
aisect_meet1इस मौके पर डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने उद्योगों को प्रोत्साहित कर करते हुए कहा कि भगवत गीता के श्लोक में कहा गया है कि कर्म की कुशलता में ही योग है। अर्थात् काम में दक्षता ही व्यक्ति की सबसे बड़ी योग्यता होती है। पाण्डेय ने बताया कि युवाओं के लिए यह सबसे सुनहरा अवसर है कि जब स्वयं देश के मुखिया इस बात के लिए संकल्पित है कि हर युवा को स्कीलड किया जाएगा। देश का हर नारा स्किल शब्द से शुरू किया जा रहा है। मतलब साफ है कि सरकार हर युवा का दक्ष करना चाहती है और उनक दक्ष हाथों को रोजगार देना चाहती है। श्री पाण्डेय ने कहा कि आईसेक्ट बीते 30 साल से लगातार शिक्षा के क्षेत्र में काम रह रहा है। खासकर ग्रामीण और दूरस्थ अंचल तक पहुंचाने और वहां के युवाओं को तकनीक से जोड़कर शिक्षित करने में डा.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय का योगदान है।

आईसेक्ट का सहयोग सराहनीय-शताब्दी
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्षा शताब्दी पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश में सूचना प्रोद्योगिकीय को सिर्फ आईसेक्ट के कारण ही जाना जाता है। गांव से लेकर शहर और महानगरों कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी को पहंुचाने का पूरा श्रेय आईसेक्ट के चेयरमेन संतोष चैबे और उनके आईसेक्ट ग्रुप को जाता है। उन्होंने कहा कि एक सर्वे के अनुसार 17 हजार युवाओं के उर्तीण होने से सिर्फ 30 युवा ही काम के लिए दक्ष माने जाते है। ऐसे में आज देश में सबसे ज्यादा जरूरत कौशल विकास की है। सिर्फ पढ़ाई करने या डिग्री लेने से युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता। इसलिए देश के प्रधानमंत्री ने इस कौशल विकास के नारे के साथ इस महत्वाकांक्षी योजना की शरूआत की है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास ही देश का भविष्य है। इस आधार पर ही देश व युवाओं का आने वाला कल तय होना है। मेरा विश्वास है कि अधिक से अधिक युवा इससे जुड़कर लाभ लेंगे। आज हर संस्थान में प्रबंधन को दक्ष युवाओं की जरूरत है। सीवीआरयू और आईसेक्ट द्वारा युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार उपलब कराने की राह में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है, यह हमारे प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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