यूथ कांग्रेसियों ने मांगा 9 सवालों का जवाब

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170421-WA0017बिलासपुर– बिलासपुर विधानसभा के युवक कांग्रेसियों ने जिला शिक्षा कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। जिला शिक्षा अधिकारी पर सुप्रीम कोर्ट पर नाफरमानी का आरोप लगाया। यूथ नेताओं ने कहा कि बिलासपुर जिला शिक्षा विभाग दुकानदारों और प्रायवेट संस्थाओं के एजेंट की तरह काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी स्कूलों में एनसीआईटी की किताबों को शामिल का अादेश नहीं दिया है। प्रदर्शन के बाद शिवा नायडू समेत सभी यूथ नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी से पांच शिकायतों को दूर करने के साथ 9 सवालों का लिखित जवाब मांगा है।

                   कांग्रेस के यूथ नेताओं ने जिला शिक्षा विभाग का घेराव किया। यूथ नेता शिवा नायडू और अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर जिला शिक्षा विभाग निजी स्कूलों का एजेंट बनकर काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक स्कूलों में एनसीईआरटी किताबों को शामिल नहीं किया गया है। शिवा नायडू ने बताया कि निजी स्कूल अभिभावकों को पसंदिदा प्रकाशकों की बुक खरीदने दबाव बना रहे हैं। हर साल शुल्क बढ़ाया जा रहा है। लेकिन शिक्षा विभाग ने आज तक इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।

                    नायडू ने बताया कि स्कूल 10 महीने लगती है। लेकिन फीस की वसूली 12 महीने की होती है। हमने शिक्षा विभाग से मांग की है इस प्रकार की चंदाखोरी पर नकेल कसी जाए। जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत कर यूथ नेताओं ने कहा कि निजी स्कूलों ने हित साधने संगठन खड़ा किया है। संगठन का नाम सहोदरा है। ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल की प्रीसिंपल इसकी अध्यक्ष हैं। अभिभावकों के साथ मीटिंग होती है। इसकी जानकारी दी जाए। इस दौरान यूथ कांग्रेसियों ने कहा कि एक ही स्कूल के छात्र बार बार प्रवेश लेने के लिए बाध्य किया जाता है।

 9 सवाल का मांगा लिखित जवाब

               यूथ कांग्रेसियों ने जिला शिक्षा विभाग से 9 सवालों का लिखित जवाब मांगा है। इसमें निजी संस्थाओं की मान्यता कापी,शपथ पत्र, शुल्क की मदवार और कक्षावार सूची,तीन सालों की शुल्क सूची, शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता,वेतन पंजी,परिवहन की जानकारी और फिटनेस कागजात,विभाग का अनुमति पत्र,प्रमुख हैं।

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