दो सगे भाइयों का अपहरण…शहर में सनसनी,नाकाबंदी

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170424-WA0016बिलासपुर– सरकंडा स्थित ड्रीमलैण्ड स्कूल और इंदिरा विहार के बीच दो सगे भाइयों का दहाड़े अपहरण हो गया।  दोनो बच्चों का नाम हर्ष और विक्की केशरवानी है। अपहरण के समय दोनो नूतन चौक स्थित अपने पिता के मेडिकल दुकान लौट रहे थे। बच्चे दुकान नहीं पहुंचे तो पिता ने स्कूल को फोन लगाया। स्कूल छूटने की जानकारी मिलते ही विनोद केशरवानी दुकान छोड़कर ड्रीमलैण्ड स्कूल पहुंच गए। इस बीच मोबाइल पर फोन आया कि बच्चों को सकुशल चाहते हो तो दो करोड रूपए तैयार रखें। विनोद ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।

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                            इंदिरा विहार और ड्रीमलैण्ड स्कूल के बीच दो बच्चों का दिन दहाड़े अपहरण हो गया। दोनो बच्चे ड्रीमलैण्ड स्कूल से लौट रहे थे। स्कूल प्रबंधन के अनुसार स्कूल 11 बजकर तीस मिनट पर  छूटा। देर होने पर विनोद केशरवानी बच्चों को लेने स्कूल पहुंच गए। लेकिन दोनों भाइयों का कहीं पता नहीं चला। विनोद मेडिकल दुकान संचालक केशरवानी ने सरकंडा थाना पहुंचकर शिकायत की। उन्होने बताया कि बच्चों को छोड़ने दो करोड़ रूपए की मांग की गयी है।

                अपहरण की खबर लगते ही बिलासपुर पुलिस प्रशासन के कान खड़े हो गए। आनन फानन में शहर की नाकाबंदी की गयी। खबर लिखे जाने तक पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

दो करोड़ फिरौती की मांग

 अपहरित बच्चों का पिता विनोद केशरवानी ने बताया कि बच्चों को घर से स्कूल लाने ले जाने का काम खुद करता है।  बड़ा बेटा हर्ष आठवी और छोटा विक्की छठवी में पढ़ता है। सुबह साढ़े सात बजे  जबड़ापारा स्थित घर से दोनों को स्कूल पहुंचाया था। विनोद ने बताया कि नूतन चौक में मेडिकल की दुकान है। स्कूल छूटने के बाद दोनो बच्चे पैदल दुकान आते थे। या फिर मैं ही दोनों को स्कूल से लाता था। घर पहुंचाकर दुकान आता था। छुट्टी होने के बाद बच्चे दुकान नहीं पहुंचे तो ड्रीमलैण्ड स्कूल गया। प्रबंधन ने बताया कि स्कूल को छूटे  करीब आधे घंटे हो गये हैं। इसी दौरान मोबाइल पर काल आया कि बच्चो को छुड़ाने दो करोड़ रूपए की IMG20170424154225व्यवस्था करो।

शहर में नाकाबंदी

             अपहरण की जानकारी के बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने शहर में नाकाबंदी कर दी। आस पास सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम किया जा रहा है। सरकंडा थाना प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि अभी तक फिरौती मांगने या किसी सुराख की जानकारी उन्हें नहीं मिली है। शहर को पुलिस ने घेर लिया है।आरोपियों की तलाश की जा रही है।

                     अनिल तिवारी ने बताया कि ड्रीमलैण्ड स्कूल पहुंचकर जरूरी जानकारियों को इकठ्ठा किया गया है। पल पल की गतिविधियों पर पुलिस की नजर है।

चौक से मिला सीसीटीवी फुटेज

                    इंदिरा विहार चौक के पास पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज बरामद किया है। फुटेज में एक मोटरसायकल सवार दो बच्चों को लेकर मोपका की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहा है। फुटेज किसका है पुलिस जांच कर रही है। फुटेज में बाइक सवार मुंह बांधकर गाड़ी चला रहा है।

दादी बेहोश मां की हालत गंभीर

           अपहरण की जानकारी मिलने के बाद बच्चों दादी जमुना बाई बेहोश हो गयी। लोगों ने बार बार मुंह पर पानी के छीटे देकर होश में लाया। होश में आते ही दादी जमुना केशरवानी ने कहा मेरी जिन्दगी ले लो लेकिन आंख के तारों को लौटा दे। पत्रकारों को रोते विलखते जमुना ने कहा कि बच्चे ही मेरी पूंजी हैं। सभी का हाथ- पैर जोड़ती हूं। अपहरणकर्ता चाहें तो मेरी जिन्दगी IMG20170424153735ले लें..लेकिन बच्चों को लौटा दें।

                        विक्की और हर्ष की मां की हालत बहुत ही खराब है। लोगों का हाथ जो़डकर पूरे समय फरियाद करती रही। पूरे समय 36 कोटि देवताओं से प्रार्थना करती रही। अर्चना केशरवानी ने कहा कि हमारे पास जो कुछ है सब ले लो लेकिन मेरे बच्चों को लौट दो।

गुमसुम हुआ दादा

                        आठ साल पहले सरकारी नौकरी से रिटायर्ट बच्चों के दादा जवाहर केशरवानी अपहरण की खबर पर बुत है। उन्होने बताया कि विनोद मेरा एकलौता बेटा है। नूतन चौक में साल 1995 से मेडिकल दुकान चलाता है। हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है। आस पड़ोस के लोग दोनों बच्चों से बहुत प्यार करते हैं। मुझे किसी पर भी शक नहीं है। फरियाद करता हूं कि मुझ बूढे पर अपहरणकर्ता रहम खाएं। मेरा घर द्वार ले लें लेकिन बच्चों को छोड़ दें।

 मुंगेली में विवादास्पद दुकान

 विक्की और हर्ष की मां अर्चना केशरवानी ने बताया कि सास ससुर के साथ पूरा परिवार जबड़ापारा स्थित अपने मIMG20170424153814कान में रहता है। मुंगेली में दो दुकान हैं। चाचा ससुर के बेटों से दुकान को लेकर विवाद है। मालिकाना हक लोकर केश भी चल रहा है। लेकिन उन पर शक नहीं किया जा सकता है।

                              अर्चना ने बताया कि हमारे परिवार या पति के साथ किसी से विवाद नहीं है। पति सुबह 8 बजे घर से निकलते हैं। बच्चों को पहुंचाने के बाद दुकान जाते हैं। शाम को ठीक साढ़े सात बजे घर लौट आते हैं।

                    बहरहाल अपरण की सूचना के बाद शहर में सनसनी है। दो करोड़ की फिरौती पर कोई विश्वास करने को तैयार नहीं है। लेकिन पिरौती की मांग की गयी है। शहर को पुलिस ने नाकाबंद कर दिया है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों को जल्द ही दबोच लिया जाएगा। खबर लिखे जाने तक आरोपियों के पीछे पुलिस की भाग दौड़ जारी थी।

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