बिलासपुर–जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओ ने अमित जोगी की अगुवाई में जिला पंचायत का घेराव किया। मनरेगा मजदूरों को भुगतान नहीं दिए जाने की शिकायत की। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमाझटकी हुई। इस दौरान जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेताओं ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
मनरेगा मजदूरी भुगतान को लेकर मजदूर और जनता कांग्रेस कार्यकर्ता अमित जोगी की अगुवाई में जिला पंचायत का घेराव किया। कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। लोगों को नियंत्रित करने के दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई। जनता कांग्रेस के नेता और पुलिस घेराबंदी को तोड़कर कार्यालय में घुस गए। इस दौरान जोगी ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य गेट में तालाबंदी की कोशिश की लेकिन पुलिस प्रशासन ने कोशिशों को सफल नहीं होने दिया।
जोगी ने कहा कि देश को डिजीटल इंडिया बनाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन मजदूरों को भुगतान नहीं किया गया है। सालों से मनरेगा मजदूर भुगतान के लिए कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं। पलायन को मजबूर हैं। मजदूरी नहीं मिलने से गरीबों का परिवार सड़क पर आ गया है। बावजूद इसके भुगतान नहीं किया जा रहा है। जोगी ने बताया कि मनरेगा मजदूरों को 650 करोड़ रूपए का भुगतान रोका गया है। यह जानते हुए भी साठ दिनों में मनरेगा मजदूरों का भुगतान किया जाना होता है। बावजूद इसके मजदूरी सालों से नहीं दी गयी है।
अमित जोगी ने जिला पंचायत प्रशासन को एक सप्ताह के भीतर मजदूरों को भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होने कहा कि एक सप्ताह के भीतर भुगतान नहीं होने पर ना केवल उग्र आंदोलन किया जाएगा। बल्कि जिला से लेकर जनपद पंचायतों में अधिकारियों को बंधक बनाया जाएगा। साथ ही कार्यालयों की तालाबंदी की जाएगी।
इस दौरान जोगी कांग्रेस के नेता अमित जोगी के अलावा,सियाराम कौशिक,धर्मजीत सिंह,बबला खान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर कोनी थाना भेज दिया। देर शाम सभी लोगों को पुलिस ने रिहा भी कर दिया।