नोटिस के बाद लोगों की उड़ी नींद..कांग्रेस ने किया विरोध का फैसला

BHASKAR MISHRA
7 Min Read

nagar nigam 1बिलासपुर—नगर निगम ने गणेश चौक के पास सिंधी कालोनी से लगे मिट्टी तेल हॉकर गली के लोगों की इन दिनों नींद उड़ गयी है। निगम ने सड़क चौड़ीकरण के दौरान जद में आने वाले 150 से अधिक लोगों के मकान को तोड़ने का फैसला किया है। नोटिस जारी कर अतिक्रण हटाने का आदेश दिया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

               मिट्टी तेल हॉकर गली वन मंडल के सामने की सड़क को बलराम टाकीज के सामने से निकलने वाली सड़क को जोड़ती है। मिट्टी तेल हॉकर गली के किनारे सैकड़ों परिवार निगम की जमीन पर घर बनाकर रहते हैं।

 

वन मंडल के सामने की सड़क को बलराम टाकीज के सामने वाली सड़क को जोड़ने वाली गली को करीब 80 फिट चौड़ा किया जाएगा। गली के दोनो तरफ मिट्टी तेल हॉकरों के अलावा अन्य लोगों के पक्के घर हैं। नगर निगम ने गली को चौड़ा करने का फैसला किया है। सड़क चौड़ीकरण से करीब 150 से अधिक मकानों पर बुलडोडर चलेगा। निगम प्रशासन ने गली के दोनो किनारे मकान बनाकर रहने वालों को नोटिस जारी किया है। अतिक्रमण हटाने को कहा है।

                 गली को 80 फिट चौड़ा किया जाएगा। नगर निगम ने कुछ समय पहले सर्वे के बाद सड़क चौड़ीकरण का फैसला लिया। दोनो तरफ के करीब 150 से अधिक मकानों को तोड़ने को कहा। मकान मालिकों को नोटिस भी जारी कर दिया है। नोटिस मिलने के बाद हॉकर गली के लोग परेशान हैं।

                                फिलहाल कार्रवाई कब होगी इस बारे में निगम ने समय तो नहीं बताया है लेकिन प्रभावित होने वाले परिवार को समय में अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। इधर तेल हॉकर गलि के लोगों ने आदेश का विरोध करने का पूरा मन बना लिया है। तोड़फोड़ किए जाने पर आत्महत्या जैसे कदम उठाने का एलान किया है।

कम होगा यातायात दबाव

            निगम आयुक्त कार्यालय के अनुसार गली के चौड़ीकरण होने से मुख्य सड़क पर यातायात दबाव कम होगा। नेहरू चौक और मुंगेली नाका चौक के लोगों को नई सड़क मिल जाएगी। सड़क बनने से कलेक्टर कार्यालय रोड और मंदिर चौक से मुंगेली नाका चौक पर भी दबाव कम हो जाएगा। इन सड़कों पर वाहनों के दबाव को कम करने के लिए ही मिट्टी तेल हाकर गली को सुव्यवस्थित सड़क बनाने का निर्णय लिया गया है। वन मण्डल कार्यालय की सड़क से बलराम टाकीज सड़क को जोडने में करीब आधा किलोमीटर सड़क बनाया जाएगा। सड़क की चौड़ाई 80 फिट होगी। सड़क निर्माण में करीब 3 करोड़ खर्च होंगे।

दिग्विजय ने बसाई थी बस्ती

              सिन्धी कालोनी से लगे मिट्टी तेल हॉकर मोहल्ले को बसाने का श्रेय मध्यप्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को जाता है। दिग्विजय सिंह ने करीब तीस साल पहले 1993-94 में यहां झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वालो को स्थायी पट्टा दिया था। जमीन निगम प्रशासन की है। अब नगर निगम प्रशासन ने कालोनी को विस्थापित करने का फैसला किया है। प्रभावित मकान के परिवारों को कहीं अन्य जगहों पर पक्का मकान देने का वादा निगम प्रशासन ने दिया है। SHAILENDRA JAISAWAL

प्रभावित परिवार के साथ कांग्रेस

              नगर निगम के फरमान का कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया है। जिला कांग्रेस नेता और कांग्रेस पार्षदों ने निगम के फरमान को गरीब विरोधी बताया है। कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल ने निगम सरकार से सवाल किया है कि आखिर नगर विकास के नाम पर गरीबों के साथ ही क्यों मजाक किया जा रहा है। जब सरकार ने ही गरीबों को पट्टा दिया है तो उनके आशियानों को क्यों उजाड़ा जा रहा है। यह जानते हुए भी कि यहां रहने वालों ने पाई पाई जोड़कर मकान बनाया। इस उम्मीद के साथ कि उनके पास रहने को छत और कमाने को दुनिया है। बावजूद इसके उन्हें इस कार्रवाई के बाद फिर से तीस साल पीछे किया जा रहा है।

                       शैलेन्द्र ने बतााय कि निगम सरकार की कार्रवाई का हम विरोध करेंगे। बस्ती को विकास के नाम पर उजड़ने नहीं दिया जाएगा। रसूखदार निगम के आंख में धूल झोंककर अवैध निर्माण कर रहे हैं। महापौर और आयुक्त को रसूखदारों को अवैध निर्माण नहीं दिखाई दे रहा है। पहले अशोक नगर,फिर चांटीडीह और अब मिट्टी तेल हाकर मोहल्ले को निशाना बनाया जा रहा है। आखिर गरीबों के साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है।

टीएनसी में नहीं है 80 फिट सड़क

                                   शैलेन्द्र के अनुसार टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग के दस्तावेजों में हॉकर गली को 80 फिट सड़क का जिक्र ही नहीं है। बावजूद इसके ऐसा किया जा रहा है। यदि सड़क को 80 फिट चौड़ा करना ही है तो गली के बीच से दोनों तरफ किया जाए। जबकि निगम ने केवल एक तरफ ही सड़क चौड़ीकरण का फैसला किया है। फैसला गरीबों के लिए जानलेवा है। गली के दोनों तरफ सड़क चौणीकरण से रसूखदार प्रभावित होते। उनकी बडी बिल्डिंगो को तोड़ा जाता। लेकिन निगम प्रशासन में इतनी ताकत नहीं है कि वह अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गई बिल्डिंगों पर डोजर चलाए। जबकि पट्टाधारियों को विस्थापित करने का फैसला आसान है। क्योंकि गरीबों के पास न तो पूंजी है और ना ही रसूख।

                                  शैलेन्द्र ने कहा कि मंगलवार को  मामले को लेकर निगम मे विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया था। किन्ही कारणों से स्थगित कर दिया गया। जल्द ही मिट्टी तेल हाकर गली के लोगों के साथ निगम सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

close