रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने जमीन घोटाले मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेश बघेल पर पलटवार करते हुए कहा है कि जो किसानों के हितैसी होने का ढांेग कर रहे थे उनका चेहरा अब बेनकाब हो गया है। श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा सरकार पर कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले भूपेश बघेल खुद भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे है। नैतिकता के नाते उन्हें अब कम से कम भ्रष्टाचार की बात बंद कर देनी चाहिए अन्यथा जनता कहेगी कि खुद भ्रष्टाचारी दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं जो हास्यास्पद होगा। श्रीवास्तव ने कहा कि भूपेश बघेल किसानांे के मसीहा बनने का ढोंग कर रहे थे व धान बोनस और समर्थन मूल्य के नाम पर किसानों का हितैषी बनने का प्रयास कर रहे थे और जब सच्चाई सामने आई तो वह किसानों के उपयोग की जमीन पर अवैध कब्जे मे लिप्त पाए गए है। वे किसानों के हितैषी है तो पहले स्वयं स्वेच्छा से अवैध कब्जा हटांए।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल का यह कहना है कि किसानों के प्रदर्शन में सरकार का हाथ है यह कहकर अपनी गलत कार्य से बच नहीं सकते। दोनो प्रकरणों के कारण भूपेश बघेल का चेहरा बेनकाब हो गया है और ये साफ हो गया है कि किसानों एवं जनता के प्रति कितने गंभीर है?
श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह कि जमीन में अवैध कब्जे के बाद कानूनी सिकंजे में फसता देख भुपेश बघेल, मामले को सियासी रंग देने में लगे है। जिस तरह से वो जमीन कब्जे मामले में घिरते जा रहे कांग्रेस बैकफुट पर है। लेकिन कुछ कांगे्रस के तंत्र उन्हे खुश करने के लिए केवल गलत बात का समर्थन करके अपनी सियासी के रियायत को चमकाने में लगे है।