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बिलासपुर।जिला कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को कांग्रेस भवन में झीरम घाटी नक्सली हमले की चौथी बरसी मनाई और कांग्रेस नेताओ सहित सभी शहीदों को और पूर्व सांसद श्रीकांत वर्मा को उनकी प्रतिमा में माल्यार्पण कर स्मरण करते हुए श्रध्दांजली दी।प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि झीरम की घटना राजनितिक शड्यंत्र का परिणाम है जिसकी आज तक सही दिशा में जाँच नही की गई।वहीं शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि 2013 के चुनाव में हार का भय और नन्द कुमार पटेल की धुआधार सभा से परेशान,मिलते जन समर्थन से घबराए नेताओ पूरी ने कांग्रेस पार्टी को ख़त्म करने की साजिश की।ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि यह घटना भारतीय राजनीती के इतिहास में सबसे बड़ी राजनीतिक हत्या थी,जिसमे पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल,नन्द कुमार पटेल,बस्तर टाईगर महेंद्र कर्मा,उदय मुदलियार सहित 32 से अधिक नेता और बॉडीगार्ड शहीद हो गये।
अभय नारायण राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदन के अंदर और बाहर सीबीआई जाँच की मांग करती रही पर आज तक जाँच नही कराई गई।जो सरकार की संलिप्तता की ओर संदेह पैदा करता है।
शहादत सभा को माधव ओत्ताल्वर,किशोरी गुप्ता,चन्द्र प्रकाश बाजपाई,राजेश पाण्डेय,शिवा मिश्रा,शेख नजिरुद्दीन,भुवनेश्वर यादव,राम शरण यादव,कृष्ण कुमार यादव,सीमा पाण्डेय,सीमा सोनी,शैलेन्द्र जायसवाल,ऋषि पाण्डेय,विनोद साहू,अनिल शुक्ला,अरविन्द शुक्ला ने भी संबोधित किया।