लिंगियाडीह में शौचालय घोटाला—जांच में खुली पोल..सीएम ने किया था संकेत

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170527-WA0526बिलासपुर—लिंगियाडीह में शौचालय घोटाला सामने आया है। शौचालय निर्माण में घटिया सामाग्री का प्रयोग किया गया है। बताया जा रहा है कि इसमें सचिव पंच,सरपच,जिला और जनपद पंचायत के कर्मचारी और अधिकारियों की मिली भगत है। ग्रामीणों की शिकायत पर शनिवार को बिल्हा जनपद पंचायत प्रीतिरानी तिवारी ने निरीक्षण किया। जांच पड़ताल के दौरान मालूम हुआ कि रेत की जगह मिट्टी और सस्ता मसाला के प्रयोग किया गया है।

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                          बिल्हा जनपद पंचायत सदस्य निशा कश्यप और ग्रामीणों की लिखित शिकायत पर इंजीनियर प्रीति रानी ने लिंगियाडीह में शौचालय निर्माण का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान शौचालय निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जाना पाया गया है।

        जानकारी के अनुुसार इंजीनियर प्रीति रानी तिवारी ने लिंगियाडीह शौचालय निर्माण का जायजा लिया। पांच शौचालयों को तोड़वा कर देखा। निरीक्षण में सीट के नीचे रेत की जगह मिट्टी पायी गयी है। शौचालय निर्माण में ईंट कम और घटिया मसाला का इस्तेमाल किया गया है। प्रीतिरानी तिवारी को हितग्राही और मजदूरों ने बताया कि शौचालय में चार की जगह सिर्फ दो बोरी सीमेन्ट का इस्तेमाल किया है। कहीं कहीं तो दीवारों को मिट्टी से ही बना दिया गया है।

                                                                                 बिल्हा जनपद पंचायत सदस्य निशा कश्यप ने बताया कि लिंगियाडीह सरपंच अनिल राठौर के सरपरस्ती में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का खेल हुआ है। अनिल राठौर ने वार्ड एक के पंंच को शौचालय निर्माण का ठेका दिया है। पंच ने अनिल राठौर के इशारे पर टायलेट सीट के नीचे रेत की जगह मिट्टी की फिलिंग की है। दीवारों को घटिया मसाला बनाकर पलस्तर किया गया है।

                                                  प्रीतिरानी ने कहा कि आज प्रीतिरानी के सामने ही दीवारों को तोड़ा गया। सीटो को उखाड़ कर निरीक्षण किया गया। लोगों की शिकायतों को सही पाया गया है।

लाखों रूपयों का भ्रष्टाचार

               लिंगियाडीह में शौचालय निर्माण में लाखों रूपए का भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार का सरगना अनिल राठौर हैं। शिकायत के बाद भी उन्होने काम को गंभीरता से नहीं लिया। आज निरीक्षण के दौरान पहले तो इंजीनियर प्रीति रानी ने मिट्टी फिलिंग को मानने से इंकार कर दिया। जब शौचालय को तोड़कर दिखाया गया तो उन्होने स्वीकार किया। निशा कश्यप ने बताया कि वार्ड क्रमांक एक का पंच लोगों को डरा धमका कर शौचालय का निर्माण किया है। मुंह खोलने पर देख लेने की धमकी दी है।

जानबूझकर फंसाया जा रहा

                                लिंगियाडीह सरपंच कृष्ण कुमार लहासे ने बताया कि मामले में जानबूझकर फंसाया गया है। कोई दो एक शौचालय में इस प्रकार की गड़बड़ी पायी गयी है। बाकी सभी शौचालय ठीक ठाक बने हैं। जिन शौचालयों में गड़बड़ी की शिकायत थी उन्हें तो़ड़कर देखा गया है। लहासे ने बताया कि पंचायत में कुल 349 शौचालयों का निर्माण किया जाना है। अभी तक कुल 240 शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। सीईओ का जो भी आदेश होगा उसके अनुसार काम करेंगे। लेकिन शौचालय निर्माण में मेरी कोई गलती नहीं है।

जांच के दौरान गड़बड़ी उजागर

                 इंजीनियर प्रीतिरानी ने बताया कि पांच शौचालयों को तोड़वाकर निरीक्षण किया गया। टायलेट सीट के नीचे रेत की जगह मिट्टी से फिलिंग हुई है। दीवारों में भी घटिया मसालों का प्रयोग किया गया है। उम्मीद है कि बाकी शौचालयों का निर्माण ठीक से किया गया होगा। रिपोर्ट सीईओ को दिया जाएगा।

अनिल ने नहीं उठाया फोन

                      मामले की जानकारी लेने सीजी वाल की टीम ने लिंगियाडीह सरपंच को फोन किया लेकिन उन्होने नहीं उठाया।

लोकसुराज अभियान में सीएम ने दिया था संकेत

                लोकसुराज अभियान में सीएम ने पत्रकार वार्ता में आवास और शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार की तरफ इशारा किया था। पत्रकारों ने बताया था कि शौचालय निर्माण की तरह आवास योजना में भी ठेकेदार घुस गये हैं। उन्होने चपोरा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अब आवास योजना की राशि सीधे हितग्राहियों को मिलेगी। हितग्राही अपने अनुसार दुकान से सामाग्री लेगें और मिस्त्री से बनवाएंगे। प्रशासन किसी भी हितग्राही पर दबाव नहीं डालेगा। मुख्यमंत्री का अनुमान सच साबित हुआ। लिंगियाडीह में शौचालय निर्माण में सरकारी राशि की बंदरबांट सरपंच और सचिव ने मिलकर किया।

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