जोगी कॉंग्रेस प्रभारी अंकित ने दिया इस्तीफा,बताया-पारिवारिक कारण

BHASKAR MISHRA
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ANKIT GOURAHAबिलासपुर(सीजीवाल.कॉम)।छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बिलासपुर संभागीय प्रभारी अंकित गौरहा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो अजीत जोगी को दिया है। अजीत जोगी ने अंकित गौरहा का इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। सूत्रों की माने तो अंकित ने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के दवाब में इस्तीफा दिया है। यद्यपि अंकित ने इस्तीफा की वजह वजह पारिवारिक कारणों को बताया है। दबाव जोगी परिवार का था या अंकित गौरहा का उन्होने ,स्पष्ट नहीं किया।

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                               अंकित गौरहा ने बिलासपुर संभागीय प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। सीजी वाल ने पिछले दो दिनो से खबर प्रकाशित किया था कि अंकित गौरहा पर पार्टी छोडने का दबाब बनाया जा रहा है। आज अंकित गौरहा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मिली खबर के अनुसार मुंगेली क्षेत्र के एक बड़े नेता ने पार्टी सुप्रीमों को दो दिन पहले कहा था कि यदि गौरहा ने आंदोलन बंद नहीं किया तो मै पार्टी से निकलना मुनासिब समझुंगा। क्योंकि इस प्रकार की गतिविधियों के चलते हम दोनों पार्टी में एक साथ नहीं रह सकते हैं।

                सूत्रों की माने तो मुंगेली क्षेत्र के बड़़े नेता के दबाव में जोगी ने अंकित गौरहा को इस्तीफा देने के लिए मनाया गया। इस्तीफा में अँकित ने लिखा है कि पारिवारिक दबाव के कारण पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं। सूत्र के अनुसार फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि इस्तीफा देने के लिए किस परिवार ने दबाव बनाया।

अंकित पर किस परिवार ने बनाया दबाव

                               अंकित ने इस्तीफा का कारण पारिवारिक दवाब को बताया है। किस परिवार का दबाव है….स्पष्ट नहीं किया है। पार्टी के अन्दर से कुछ लोगों ने बताया कि इस्तीफा देने के लिए या तो मुंगेली के बड़े नेता का पारिवारिक दवाब है…या फिर जोगी परिवार का….। लेकिन गौरहा परिवार का दबाव बिलकुल नहीं हो सकता। क्योंकि अंकित गौरहा भविष्य की तमाम संभावनाओं को देखने के बाद ही कांग्रेस पार्टी छोड़कर जनता कांग्रेस के संस्थापक सदस्य बने थे।

क्या हो सकती है इस्तीफे की वजह

                         सूत्रों की माने तो इस्तीफा की वजह तखतपुर और बिल्हा ब्लाक में बनाए गए पीएमजेएसवाय योजना की सड़कें हैं। अंकित ने मीडिया के सामने दावा किया था कि सड़कों के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। सात करोड़ रूपए प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधीक्षक अभियंता वरूण राजपूत और अभियंता शुभनारायण पाठक ने ठेकेदारों के साथ मिलकर खाया है। अग्रवाल इंफ्राबिल्ड और बिटुमैक कंस्ट्रक्शन को सड़क निर्माण और नवीनीकरण का काम दिया दिया। सड़क बनने के बाद तीन महीने में ही बरबाद हो गयी। अंकित ने ठेकेदारों के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया। दस्तावेजों को मीडिया के सामने रखा। जिसका विरोध पार्टी में ही मुंगेली के एक बड़े नेता ने किया। लेकिन अंकित ने विरोध को तवज्जो नहीं दिया। पार्टी लाइन से हटकर आंदोलन खड़ा किया। मुंगेली के बड़े नेता ने पार्टी सुप्रीमो को पार्टी छोड़ने की धमकी दी। इसलिए अंकित से अजीत जोगी ने सम्मानित तरीके से इस्तीफा देने को कहा।

बेलतरा विधानसभा पर नजर

                        अंकित ने पहले कांग्रेस पार्टी की राजनीति की। जनता कांग्रेस स्थापना के समय जोगी के साथ हो गए। बताया जा रहा है कि अंकित कि नजर विधानसभा सभा चुनाव में बेलतरा विधानसभा पर नजर है। अपनी दावेदारी भी कर सकते हैं। जबकि बेलतरा विधानसभा पर जनता कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की भी नजर है। हो सकता है कि अंकित की दावेदारी को खत्म करने मुंगेली के बड़े नेता ने दावेदारों के साथ मिलकर पार्टी से किनारे लगाने का प्रयास किया। भविष्य में अंकित को पार्टी से निकाल दिया जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।

पार्टी की करूंगा सेवा

                       अंकित ने बताया कि मैने पद से इस्तीफा दिया है। पार्टी से नहीं…। पार्टी और जोगी परिवार के साथ मेरी आस्था है। जोगी के मार्गदर्शन में पार्टी की सेवा करूंगा। मुझे पद की लालच नहीं है। मैने इस्तीफा वरूण राजपूत के खिलाफ आंदोलन या आंतरिक कलह की वजह से नहीं दिया है। मुझ पर कुछ पारिवारिक दबाव और जिम्मेदारियां हैं। उसे प्राथमिकता के साथ हल करना है। इसलिए कुछ समय के लिए पद से हटना जरूरी था। यदि पूर्व मुख्यमंत्री को लगता है कि मेरे लायक भविष्य में काम है तो उसे इमानदारी से स्वीकार करूगा।

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