[wds id=”14″]
♦सीएम ने किया जापानी निवेशकों से ‘मेक-इन-इंडिया’ मे भागीदार बनने का आह्वान
ओसाका।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जापानी उद्योगपतियों और निवेशकों को छत्तीसगढ़ में कारोबार के लिए और उद्योग लगाने के का न्योता दिया है।मुख्यमंत्री शुक्रवार को जापान के ओसाका में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित निवेशकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।सीएम रमन ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए देश-विदेश के निवेशकों को ‘मेक-इन-इंडिया’ का नया और प्रेरक नारा दिया है।इसमें भागीदारी के लिए जापान के उद्योगपतियों और निवेशकों को भारत जरूर आना चाहिए और छत्तीसगढ़ में भी निवेश करना चाहिए। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान सदियों से होता रहा है। बौद्ध संस्कृति इसका एक बड़ा उदाहरण है।डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत और जापान के संबंधों को एक नया आयाम मिला है। टोक्यो और वाराणसी हाथ से हाथ मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। भारत में जापान को गुणवत्ता, तकनीक, नवाचार और उत्कृष्टता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
सीएम ने अपने उदबोधन में इस बात पर खुशी जताई कि छत्तीसगढ़ में निवेश की संभावनाओं को लेकर जापान में ये पहला सम्मेलन हैं। उन्होंने कहा- मुझे उम्मीद है कि भविष्य में हम लोग और भी नजदीक आएंगे।उन्होने कहा कि जिस प्रकार छत्तीसगढ़ को भारत के चावल उत्पादक राज्य के रूप में धान के कटोरे के नाम से पहचाना जाता है, ठीक उसी तरह जापान के ओसाका शहर को भी चावल के व्यापार के प्रमुख केन्द्र के रूप में जाना जाता है और इसे जापान का रसोई घर भी कहा जाता है।
सीएम ने कहा कि भारत के नये राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ वर्ष 2000 में अस्तिव में आया। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है। उसमें युवाओं की तरह जोश, क्षमता और अपार संभावनाएं हैं। यह युवा राज्य भारत के सबसे तेजी से उभरते व्यापार संभावनाओं वाले प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। छत्तीसगढ़ को प्राकृतिक संसाधनों का स्वर्ग भी कहा जाता है। खनिज, कुशल मानव संसाधन, उपजाऊ भूमि और पर्याप्त जल सम्पदा का छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। देश के इस नये राज्य ने स्टील, एल्यूमिनियम, सीमेंट और बिजली जैसे कोर सेक्टर के उद्योगों में शानदार सफलता हासिल की है।
अब हमारी प्राथमिकता कृषि, वनोपज, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर ऊर्जा तथा आटो मोबाइल जैसे नॉन कोर सेक्टर के उद्योगों को बढ़ावा देने की है। हम लोगों ने राज्य में विकास का एक बुनियादी ढांचा तैयार किया है और बड़ी तेजी से राज्य में विश्व स्तरीय अधोसंरचनाओं का विकास कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा- विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार विगत दो वर्षों से छत्तीसगढ़ की गिनती व्यापार व्यवसाय के सरलीकरण के लिए ‘इज-ऑफ-डुइंग बिजनेस’ में देश के प्रथम पांच राज्यों में हो रही है। हमने व्यापारिक अर्थव्यवस्था के सिस्टम में काफी सुधार किया है। डॉ. सिंह ने कहा- भारत के मध्यम में स्थित छत्तीसगढ़ की सीमाएं देश के सात राज्यों के सात जुड़ी हैं। इस दृष्टि से भी उद्योग तथा व्यापार व्यवसाय के लिए छत्तीसगढ़ एक आदर्श रणनीतिक स्थिति में है।