कमल विहार का निर्माण कार्य अच्छा होने से लोगों का भरोसा बढ़ा-शर्मा

Shri Mi
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sec_1_index♦कमल विहार स्थित अधूरा पड़ा श्मशान विकसित होगा
♦मान्यताएं,परंपराएं जीवित रहे इसलिए मुक्तिधाम का विकास-संजय श्रीवास्तव
रायपुर।कमल विहार के सेक्टर एक में पहले से अधूरे पड़े श्मशान को विकसित कर उसे सुविधाजनक बनाया जाएगा ताकि आसपास के गांवों के लोग यहां मृतकों का अंतिम संस्कार सम्मानजनक ढ़ंग से कर सकें।इसके लिए रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा, प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव,उपाध्यक्ष गोवर्धन दास खंडेलवाल और रमेश सिंह ठाकुर, संचालक सदस्य गोपी साहू,एम. लक्ष्मी, पार्षद यशोधरा कमल साहू के आतिथ्य में मंगलवार को कमल विहार में श्मशान गृह में गेट, बाऊन्ड्रीवॉल, शेड और टिकरापारा से कमल विहार के प्रमुख पहुंच मार्ग के समांतर बनी क्रांक्रीट की नाली  पर स्लैब निर्माण के कार्य की शुरुआत की गई है।

                                   निर्माण कार्य भूमि पूजन के मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि शुरु में लोगों ने कमल विहार के बारे में काफी दुष्प्रचार किया लेकिन इसके बनने के बाद लोगों की सारी आशंकाएं दूर हुई और यह एक बेहतर बसाहट की योजना के रुप में सामने आई है।कमल विहार योजना लोगों को इसलिए पसंद आई क्योंकि इसका अच्छा काम हुआ है इससे लोगों का भरोसा काफी बढ़ा है।

                                 शर्मा ने कहा रायपुर विकास प्राधिकरण के एक शासकीय संस्था होने से लोगों में यह विश्वास है कि यहां किसी भी प्रकार की ठगी और लूट जैसी कोई बात नहीं होगी इसीलिए लोगों ने बड़े भरोसे और विश्वास के साथ यहां पूंजी निवेश कर अपने लिए प्लॉट खरीदे हैं। शर्मा ने कहा कि कमल विहार के विकास और निर्माण से जनता का रायपुर विकास प्राधिकरण जैसी संस्था के प्रति में विश्वास और बढ़ा है।

                               प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने इस मौके पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यदि दिल्ली में राज्यों के विकास की बात होती है तो उसमें तीन चार राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम भी लिया जाता है।उन्होंने कहा कि कमल विहार आज देश के अन्य कई राज्यों में विकसित होने वाली एक बड़ी नगर विकास योजनाओं में से एक है।अध्यक्ष ने आगे कहा कि हमारी मान्यताओं और पंरपराएं जीवित रहें इसीलिए प्राधिकरण व्दारा एक अच्छे मुक्तिधाम के रुप में इस श्मशान को विकसित किया जाएगा।

                             श्री श्रीवास्तव ने आगे कहा कि चार दिन पहले प्राधिकरण के संचालक मंडल ने यहां के गजराजबांधा तालाब के 250 एकड़ क्षेत्र को लगभग 29 करोड़ रुपए की लागत से सौन्दर्यीकरण कर एक अच्छे पर्यटन केन्द्र के रुप में विकसित करने का निर्णय लिया है।हमारी कोशिश है कि बारिशों के बाद नवंबर में इसके पहले चरण का कार्य शुरु हो जाए ताकि अगले एक साल में इसका आकार और काम दिखने लगे।पहले चरण के कार्य के अंतर्गत तालाब कागहरीकरण, तट का निर्माण, सायकल ट्रैक, फुटपाथ तथा आसपास के गांव  वालों के लिए निस्तारी के लिए पचरी का निर्माण किया जाएगा जिस पर 10 करोड़ रुपए का खर्च होगा।

                             प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम.डी.कावरे ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि श्मशान गृह के लिए लगभग 1.70 एकड़ क्षेत्र में गेट तथा बाऊन्ड्रीवाल की लागत 11.44 लाख रुपए, शेड निर्माण का कार्य 2.81 लाख रुपए की लागत से तथा टिकरापारा से कमल विहार पहुंच मार्ग के समांतर बनी क्रांक्रीट की नाली के ऊपर स्लैब निर्माण के कार्य पर 15.21 लाख रुपए की लागत आएगी।

                          इस कार्यक्रम को प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश सिंह ठाकुर ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन प्राधिकरण के श्री रमेश राव ने किया।इस मौके पर प्राधिकरण के मुख्य अभियंता जे.एस. भाटिया पार्षद प्रतिनिधि कमल साहू,  खेमराज बाकरे,रोहन विजय प्रधान,राजेन्द्र साहू, टीकम साहू,राजेन्द्र साहू, कुंवर विजय सिंह,छोटा विश्वकर्मा, गौतम साहू, मोहन साहू अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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