नसबन्दी काण्डः मौत का डायरेक्टर गिरफ्तार…बिल्हा कोर्ट में पेश हुआ राकेश..

BHASKAR MISHRA
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CHAKARBHATAबिलासपुर—दो साल पहले नसबन्दी काण्ड के बाद फरार कविता फार्मास्यूटिकल के दो डायरेक्टरों में से एक राकेश खरे को स्पेशल पुलिस ने एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर की अगुवाई में कोनी स्थित कन्ट्री क्लब से गिरफ्तार किया गया है। राकेश खरे के भाई को पुलिस पहले ही कोर्ट में पेश कर चुकी है। फिलहाल कोर्ट से जमानत पर है।

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                एडीश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर की अगुवाई में कविता फार्मास्टूटिल के डायरेक्टर को स्पेशल पुलिस ने कोनी स्थित कन्ट्री क्लब से हिरासत में लिया है। पुलिस ने राकेश खरे को बिल्हा एसडीएम के प्रथम सत्र न्यायाधीश मनीष दुबे के कोर्ट में पेश किया है। कोर्ट ने राकेश खरे को जेल भेज दिया है।

                         एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर ने बताया कि जानकारी मिली थी कि राकेश खरे कोनी थाना क्षेत्र के कन्ट्री क्लब में छिपा है। पुलिस को राकेश खरे की पिछले दो साल से तलाश थी। राकेश खरे कविता फार्मास्यूटिकल के दो डायरेक्टरों में से एक है। एक डायरेक्टर राजेश खरे को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

                         मालूम हो कि दो साल पहले पेण्डारी में नसबन्दी के दौरान महिलाओं को सिप्रोसिन दवाइयां दी गयी थी। नसबन्दी के बाद 13 महिलाओं की मौत हुई। जांच पड़ताल के बाद पाया गया कि मौत की मुख्य वजह दवाई में टाक्सिन का पाया जाना है। एक प्रेस कान्फ्रेंन्स में तात्कालीन सचिव शुक्ला ने बताया था कि कोलकाता लैब की रिपोर्ट के अनुसार सिप्रोसिन में चूहामार दवाई के अंश पाये गए हैं। जिसके कारण महिलाओं की मौत हुई। सभी दवाइयां की सप्लाई कविता फार्मास्यूटिकल के डायरेक्टर राजेश और राकेश खरें ने की थी।

                         नसबन्दी काण्ड के बाद पुलिस ने आपरेशन करने वाले डाक्टर को भी गिरफ्तार किया था। बाद में डाक्टर गुप्ता को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया। जबकि इस दौरान कविता फार्मास्यूटिकल के दोनो डायरेक्टर फरार थे। दोनों के खिलाफ चकरभाठा थाना में आपराधिक मामला पंजीबद्ध है। करीब छःमहीने पहले राजेश खरे को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया था।

रात्रि 9 बजे हुई गिरफ्तारी

              एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर ने बताया कि राकेश खरे की गिरफ्तारी करीब 9 बजे रात्रि को हुई। पुलिस को जानकारी मिली कि राकेश खरे कन्ट्री क्लब के कमरा नम्बर 206 में छिपा है। खबर मिलते ही स्पेशल टीम ने कन्ट्री क्लब में छापामार कार्रवाई करते हुए धर दबोचा। देर रात्रि तक जरूरी पूछताछ की गयी। आज बिल्हा एसडीएम कोर्ट में राकेश खरे को पेश किया गया।

कोनी पुलिस कार्रवाई से दूर

                     जानकारी के अनुसार मामले से कोनी पुलिस को काफी दूर रखा गया। यद्यपि एडिश्नल एसपी ने कारण को स्पष्ट नहीं किया। लेकिन छापामार कार्रवाई की भनक कोनी पुलिस को भी नहीं लगी। कार्रवाई में दूसरे थानों और जिले के बाहर की पुलिस से सहयोग लिया गया। इसकी वजह फिलहाल नीरज चन्द्राकर ने बताने से इंकार कर दिया।

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