बिलासपुर—नसबंदी काण्ड में मौत के लिए जिम्मेदार दवा विक्रेता राकेश खरे की गिरफ्तारी पर भाजपा और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है। एक दिन पहले पुलिस ने मीडिया को बताया था कि दवा विक्रेता राकेश की गिरफ्तारी कन्ट्री क्लब से हुई। अटल श्रीवास्तव ने पुलिस के दावों को झूठा बताया है। कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए अटल ने कहा कि कन्ट्री क्लब मेरा है। पिछले कुछ सालों से किराये पर चल रहा है। कौन आया..कौन गया…। सबकी जानकारी कन्ट्री क्लब में रहती है। पुलिस को सारी जानकारी हॉटल प्रबंधक से मिल जाएगी। कंट्री क्लब से राकेश को गिरफ्तार किया गया है…इसकी जानकारी हॉटल प्रबंधन को भी होगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। पुलिस ने भी अधिकृत बयान जारी नहीं किया है। उनके बयान के बाद…मैं भी दस्तावेज जनता के सामने पेश करूंगा।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए अटल ने कहा कि अजीब बात है…18 घंटे बाद पुलिस बता रही है कि राकेश खरे को गिरफ्तार किया गया है। इन 18 घंटो में क्या कुछ साजिश रची गयी..इसकी जानकारी भी पुलिस को देनी चाहिए। जैसा की मुझे जानकारी है कि राकेश की गिरफ्तारी कन्ट्री क्लब से नहीं बल्कि तिफरा क्षेत्र से हुई है। दरअसल सोची समझी साजिश के तहत राकेश की गिरफ्तारी को कन्ट्री क्लब से बताया जा रहा है।
अटल ने कहा कि यदि राकेश की गिरफ्तारी कन्ट्री क्लब से हुई है…. जो दस्तावेज मेरे पास है वह क्या है। इसका खुलासा मैं जल्द ही करूंगा। अभी देख लूं कि भाजपा नेता कितना नीचे गिर सकते हैं। मीडिया से अटल ने कहा कि राकेश की गिरफ्तारी कहां से हुई पत्रकारों को ही नहीं बल्कि बिलासपुर वासियों को भी बताउंगा।
अटल ने बताया कि सोची समझी रणनीति के तहत लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेसियों के साथ षड़यंत्र किया जा रहा है। दरअसल बिलासपुर की जनता त्रस्त है…। विकास के नाम पर बिलासपुर वासियों के साथ मजाक किया जा रहा है…उन्हें पग पग पर धोखा किया जा रहा है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है..मंत्री जी की धड़कनें बढने लगी हैं। उन्हें भी अपने विकास का अहसास होने लगा है। क्योंकि जनता ने हराने का फैसला कर लिया है। जनता का तो वह कुछ बिगाड़ नहीं सकते हैं इसलिए कन्ट्री क्लब के बहाने मुझे टारगेट किया जा रहा है।
अटल ने एक सवाल के जवाब में बताया कि जैसा कि भाजपा नेता बता रहे हैं कि राकेश खरे कन्ट्री क्लब में साल से छिपा था…जैसे अब कार्रवाई की गयी..वैसी कार्रवाई पहले भी हो सकती थी। उन्हें कौन रोका था,..जबकि सरकार भी उन्हीं की है और पुलिस भी उन्हीं की….। बताना चाहुंगा कि कन्ट्री क्लब में ठहरने वाले एक-एक व्यक्ति का नाम दर्ज होता है। पुलिस को एक बार रिकार्ड जरूर खंगालना चाहिए। इशारे पर काम करना जी का जंजाल साबित हो सकता है। जैसा कि अभी हो रहा है। क्योंकि राकेश की गिरफ्तारी कहीं हुई…और बताया कहीं जा रहा है।
गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अधिकारी भी गोलमोल जवाब दे रहे हैं। राकेश खरे की गिरफ्तारी के समय कोनी पुलिस को सूचना नहीं थी। किस थाने की पुलिस ने कार्रवाई की है…अधिकारी जानकारी नहीं दे रहे हैं। दरअसल सारा खेल प्रायोजित है।
अन्तागढ़ के पैसे से बनी पार्टी
अटल ने कहा भाजपा और जोगी कांग्रेस एक थैली के चट्टे बट्टे हैं। ए टीम इशारा करती है बी टीम का नाटक शुरू हो जाता है। जो व्यक्ति सच्चे आदिवासी मंतूराम पवार को चुनाव से बाहर कर भाजपा के पैसे से पार्टी खड़ा किया हो वह और कर भी क्या सकता है। ए और बी टीम मिलकर कितना भी षडयंत्र कर ले बिलासपुर की जनता नसबंदी काण्ड में आरोपी की पहचान कर चुकी है।