आरके विज का बयान…जानकारी नहीं थी….झीरम काण्ड के बाद खूंखार नक्सली घूमते रहे…

BHASKAR MISHRA
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JHIRAM..बिलासपुर— विशेष न्यायालय में झीरम काण्ड की लगातार सुनवाई चल रही है। आयोग की सुनवाई में बुधवार को तत्कालीन एडीजी इंटेलिजेंस मुकेश गुप्ता की गवाही हुई। वकीलो ने प्रतिपरीक्षण किया। इसके पहले तत्कालीन एडीजी नक्सल आपरेशन आर के विज से आज कुछ अंतिम सवाल किए गये।उन्होने कुछ के जवाब दिए तो कुछ के बारे में जानकारी नहीं होना बताया।

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               झीरम आयोग के सामने प्रतिपरीक्षण में आर.के.बिज ने बताया कि उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं है काण्ड के तीन दिन बाद तक खूंखार नक्सली इलाके में घूम रहे थे। प्रतिपरीक्षण के दौरान आर के विज ने सैन्य बलों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। सुविधाओं पर कितना खर्च होता है…विस्तार से बताया। बिज ने कोर्ट को बताया कि विभिन्न योजनाओं के तहत नक्सल समस्या को ख़त्म करने और लोगो को पुनर्वास देने का काम किया जा रहा है। योजनाए केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास में चलाई जा रही है।

                कांग्रेसी वकील के सवाल पर बिज ने बताया कि समय समय पर केंद्रीय और राज्य बल अलग अलग और सयुंक्त ऑपरेशन चलाते हैं। आपरेशन में खर्च होने वाली राशि की भी जानकारी बिज ने दी। राशि और ऑडिट के बारे में भी वकील सुदीप श्रीवास्तव ने सवाल किए। ज्यादातर मामलों में उन्होने जानकारी नहीं होना बताया।

           बिज ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि झीरम हमले के तीन दिन बाद हमले में शामिल सुमित्रा समेत तीन खूंखार नक्सली इलाके में घूम रहे थे । उन्होने बताया कि तात्कालीन समय 46 किलोमीटर के बीच साढ़े चार हजार सुरक्षा बल तैनात किए गए थे।

                                हमले के बाद एक अंग्रेजी अखबार के लिए बिज ने लेख लिखा ता। इसे लेकर भी सवाल किए गए। सेकेंड हाफ में मुकेश गुप्ता की गवाही हुई। मुकेश गुप्ता 1992 के बाद ढाई साल बालाघाट जिले के एसपी थे। तात्कालीन समय बालाघाट में नक्सली मूवमेंट चरम पर था। गुप्ता से नक्सली मूवमेंट को लेकर कई सवाल हुए। गुप्ता की गवाही गुरुवार को भी होगी।

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