युक्तियुक्तिकरण के नाम पर प्रताड़ित हो रहे शिक्षक, भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा

Shri Mi
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school 1बिलासपुर।शिक्षको का युक्तियुक्तिकरण का जिन्न दो साल बाद फिर से प्रशासन के फाइलों से बाहर आ गया है।जिले मे एक हज़ार से ज्यादा शिक्षक/सहायक शिक्षक  पंचायत/शिक्षक पंचायत को अतिशेष बताते हुए युक्तियुक्तिकरण किया जा रहा है।जिला शिक्षक समिति ( सम्बद्ध छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ बिलासपुर) ने  इस कार्यवाही का तीव्र विरोध करते हुये युक्तियुक्तिकरण के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।

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जिला शिक्षक समिति बिलासपुर के अध्यक्ष राम कुमार  यादव ने बताया कि जिले मे जुलाई 2014 मे लगभग एक हज़ार शिक्षक/शिक्षक पंचायत और अक्तूबर 2015 प्रधान पाठक/सहायक शिक्षक/शिक्षक/शिक्षक पंचायत सहित लगभग 800 शिक्षकों के युक्तियुक्तिकरण के नाम पर स्थानांतरित किया गया और फिर दो साल बाद एक हज़ार शिक्षक कैसे अतिशेष हो गए,इसकी पहले जांच कराई जाए।क्यूकि विभाग के अनुसार स्कूल मे छात्रों कि दर्ज संख्या मे इजाफा हुआ और प्रति शिक्षक दर्ज संख्या भी 40 कि जगह 30 की गई है।इसके बावजूद शिक्षक/शिक्षक पंचायत कैसे अतिशेष हुए,इस जांच से स्पष्ट होगा।
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                     उन्होने  कहा कि    अक्तूबर 2015 के बाद जब शिक्षकों कि जरूरत नहीं थी इसके बावजूद शहर के आसपास और मुख्य मार्ग के किनारे सुविधाजनक स्कूल मे स्थानांतरण किए जाने से शिक्षक अतिशेष हुए है।बता दे कि स्थानांतरण का आदेश शिक्षक अपने हस्ताक्षर से जारी नहीं किए है।यह आदेश जिला पंचायत/जनपद पंचायत/शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जारी किए है।जो शिक्षकों के अतिशेष होने के लिए  जिम्मेदार है।

                   संगठन ने माँग की है कि   पहले अतिशेष कि स्थिति बनाने की ज़िम्मेदारी तय हो।फिर युक्तियुक्तिकरण की कार्यवाही हो।नहीं तो जिला शिक्षक समिति छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ बिलासपुर सहायक शिक्षक  पंचायत/शिक्षक पंचायत/व्याख्याता और अन्य शिक्षक संगठन के साथ चर्चा कर आंदोलन का निर्णय करेगी।सभी शिक्षक पंचायत की बैठक 30 जुलाई को डेढ़ बजे कर्मचारी भवन डबरीपारा कम्नी गार्डन के सामने ,मे रखी गई है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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