बिलासपुर— दिव्यांगों के बीच एसईसीएल ने मोटराईज्ड ट्राई साइकिल का वितरण किया। सायकल वितरण समारोह का आयोजन एसईसीएल मुख्यालय में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि भारत सरकार कोयला सचिव सुशील कुमार और पूनम कुमार की उपस्थिति में हुआ। विशेष अतिथि के रूप में संभागायुक्त टी.सी.महावर, कलेक्टर पी.दयानन्द विशेष रूप से मौजूद थे। इस दौरान एसईसीएल सह प्रबंधक,निदेशक बी.आर. रेड्डी, और बी.शैलजा रेड्डी ने भी आमंत्रित अतिथियों के साथ दिव्यांगों को मोटराईज्ड ट्राई साइकिल वितरित किया।
कार्यक्रम का आयोजन समाज कल्याण विभाग,,एलिंगो और एसईसीएल के समेकित प्रयास से किया गया। 100 दिव्यांगों को एसईसीएल के सीएसआर मद से ट्रायसाकल बांटा गया।
गरिमामय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोयला सचिव, भारत सरकार सुशील कुमार ने कहा कि एसईसीएल देश का सर्वोच्च कोयला खनन के साथ ही सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में भी अग्रणी संस्थान है। दिव्यांगो को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरण कार्यक्रम के लिए सभी को दिल से साधुवाद भेंट करता हूं। उन्होने कहा कि हम समाज से जो भी ग्रहण करते है उससे अधिक सेवा समाज को अर्पित करें…ऐसा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। मुझे प्रसन्नता है कि एसईसीएल सदैव अपनी जिम्मेदारियों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करता है।
मालूम हो कि एसईसीएल ने संयुक्त अभियान चलाकर जिले के 80 प्रतिशत अस्थि बाधित 100 दिव्यांगों का चयन 486 दिव्यांगों के बीच किया। अभियान में सामाजिक कल्याण विभाग और एलिंगो ने महत्वपूर्ण भूूमिका का निर्वहन किया। गौरेला के साधु हाल और बिलासपुर के त्रिवेणी सभागार में आयोजित विशेष शिविर से चयनित सभी 100 दिव्यांगो को आज एसईसीएल मुख्यालय में आयोजित समारोह में कोयला सचिव ने मोटराईज्ड ट्राई साइकिल का वितरण किया। इसके अलावा दिव्यांगों को डिजीटल यूनिक कार्ड भी दिये गये।
सहप्रबंध निदेशक ने बताया कि डिजिटल यूनिक कार्ड से सभी दिव्यांग देश के किसी भी जगह अपनी पहचान बताकर स्वास्थय परीक्षण करवा सकते हैं। बी.आर.रेड्डी ने बताया कि भविष्य में एसईसीएल ने सीएसआर मद से 1000 दिव्यांगों को सहायता उपकरण देने का फैसला किया है। इस दिशा में अभी हमारी सक्रियता बढ़ गयी है।
बी.आर. रेड्डी ने जिला प्रषासन समाज कल्याण विभाग को सफल आयोजन और सहयोग के लिए भकामनाएं दी। कार्यक्रम में निदेश वित्त ए.पी. पंडा, निदेशक कार्मिक डाॅ. आर.एस. झा, निदेशक तकनीकी संचालन कुलदीप प्रसाद, निदेशक तकनीकी परियोजना पी.के. सिन्हा, मुख्य सतर्कता अधिकारी ए.पी. लभाने, श्रद्वा महिला मण्डल की पदाधिकारी पुष्पिता पण्डा, सुमन झा, वीणा प्रसाद और संगीता सिन्हा ने समारोह को गरिमामय बनाने में विशेष योगदान दिया।