मुंगेली (आकाश दत्त मिश्रा) । केरल की तर्ज पर मुंगेली पुलिस अधीक्षक निथु कमल के निर्देशन पर मुंगेली जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो के स्कूली छात्रों को पुलिस से सीधे जोड़ते हुई पोलिसिंग कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। लोरमी ,पंडरिया, जरहगांव, क्षेत्र के सुदूर अंचल – क्षेत्रो के स्कूली बच्चो को पुलिस प्रणाली की कड़ी का हिस्सा बनाये जाने के साथ साथ बच्चो के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया। जिसमें रक्षासूत्र के साथ साथ बच्चो को स्टूडेंट पुलिस कैडेट की जिम्मेदारियों और कर्तव्यों से अवगत कराया गया ।
इस मौके पर ग्राम हथनी कला के शासकीय स्कूल के छात्र छात्राओं ने शनिवार को मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन का निरीक्षण किया। थाना प्रभारी हरविंदर सिंह और समस्त कोतवाली पुलिस स्टाफ की मौजूदगी में छात्र छात्राओं ने पुलिस विभाग् की कार्यप्रणाली को बेहतर तरीके से समझते हुए अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने का निश्चय किया।
मुंगेली पुलिस अधीक्षक निथु कमल की पहल पर स्टूडेंट पुलिस कैडेट बनाये जाने के बाद मुंगेली जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला कहलाया जहाँ स्टूडेंट पुलिस कैडेट का गठन किया गयाहै। सिर्फ इतना ही नही इस कदम के साथ मुंगेली पुलिस की इस मुहिम ने छत्तीसगढ़ राज्य को देश मे दूसरे पायदान पर लाया है। इसके पहले केरल और पांडिचेरी में स्टूडेंट पुलिस कैडेट का गठन किया जा चुका है। केरल के बाद, छात्र पुलिस कैडेट योजना लागू करने वाला, मुंगेली छत्तीसगढ़ का पहला जिला है।
पुलिस अधीक्षक निथु कमल ने बताया कि बताया कि राष्ट्र की सुरक्षा में योगदान के नजरिए से छात्रों को जिम्मेदार बनाना इस कार्यक्रम का मकसद है। ये कैडेट्स समय समय पर पुलिस के साथ काम करेंगे और सहायता करेंगे। इससे समाज मे शांति और कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य का पहला ISO थाना, होने के साथ साथ छत्तीसगढ़ के पहले स्टूडेंट पुलिस कैडेट के गठन से मुंगेली पुलिस ने मुंगेली जिले का गौरव नाम ना सिर्फ राज्य बल्कि पूरे देश में बढ़ाया है।
जिसकी तारीफ होना लाज़मी है।