जेल परिवार ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व…भाईयों ने दिया इंसान बनने का वचन…पोछे एक दूसरे के आंसू…

BHASKAR MISHRA
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DSCN0197 बिलासपुर— भावनाओँ का त्योहार रक्षाबंधन धूम धाम से मनाया गया। बिलासपुर केन्द्रीय जेल में दूर दूर से आयी बहनों ने भाई की सूनी कलाई को रंग बिरगी राखी से सजाया। भाईयों में जिम्मेदारियों का अहसास कराया। रिश्तों को मजबूत गांठ से बांधने के बाद बहनों ने रक्षा की नहीं बल्कि अच्छा इंसान बनने का वादा लिया। इस दौरान जेल का माहौल उल्लास के बीच गमगीन भी नजर आया। सभी बहने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर इस उम्मीद से घर लौंटी की जेल से निकलने के बाद भाई रिश्तों की अहमियत को समझेगा…और नई जिन्दगी शुरू करेगा।

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                               बिलासपुर केन्द्रीय जेल में हमेशा की तरह इस बार भी कैदी भाईयों को राखी बांधने दूर-दूर से बहने आयी। इसमें कुछ खून के रिश्ते…तो कुछ मुंहबोली बहन शामिल थीं। राखी बांधते समय बहनों की आंख से गंगा जमुना की धार निकल रही थी। भाई का सब्र भी टूटते देखा गया। आंखों से भावनाओं के सैलाब आंसू बनकर निकल रहे थे। राखी बांधते समय भाई के चेहरे पर अहसाय और निरीह होने का भाव देखने को मिले।

                           उम्र करीब पचास साल तमनार थाना निवासी लोकनाथ प्रधान मर्डर का आरोपी है। पिछले 12 साल से केन्द्रीय जेल में पश्चाताप की सजा काट रहा है। दो तीन साल बाद जेल से बाहर आ जाएगा। रोते हुए लोकनाथ ने बताया कि मेरी 6 बहने हैं। कितना अधम हूं कि बहनों को जेल में राखी बांधने आना पड़ रहा है। मैं तो रक्षा का वचन भी नहीं दे सकता। जेल में हू…उनकी कैसे रक्षा करूंगा। निखिता,अंकिता,गुलापी की आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे।तीनों ने बताया कि पिछले 11 साल से जेल में भाई को राखी बांध रही है। मेरा भाई बहादुर है। गर्व है कि मैं उसकी बहन हूं। सुख दुख जीवन का हिस्सा है। हम बहनों को भाई के घर लौटने DSCN0191का बेसब्री से इंतजार है। भाई के बिना घर खाने को दौड़ता है। बड़ी बहन ने बताया कि मैं शादी तभी करूंगी जब मेरा भाई कन्यादान करने घर आएगा।

                    302 का आरोपी अकलतरा निवासी हेमलाल साहू पिछले 12 साल से केन्द्रीय जेल में है। उसे अपनी गलती का अहसास है। बहन को देखते ही उसके आंखों ने जवाब दे दिया। पूरे समय वह गंगा जमुना की धार को रोकने की नाकाम कोशिश करता नजर आया। बहन धनेशी ने बताया कि हेमलाल घर में सबसे बड़ा है। उससे दो छोटे भाइयों की शादी हो गयी है। बच्चे भी हो गए हैं। मेरा भाई बहुत सीधा और जज्वाती है। ना चाहकर भी उससे गलती हो गयी…जो नहीं होनी चाहिए थी। हर बार की तरह इस बार भी अपने भाई से मैने अच्छा इंंसान बनने का वचन लिया है। हेमलाल ने सीजी वाल को बताया कि दुनिया का कोई भी भाई अपनी बहन को जेल में नहीं देखना चाहाता ।  लेकिन मैने पाप कर दिया जिसके कारण मेरी बहनों को जेल आना पड़ रहा है। जेल से छूटते ही गांव के सभी भाईयों को बताउंगा कि कोई ऐसा काम ना करो…कि बहनों को जेल में राखी बांधना पड़ें। इस दौरान दोनों बहन और भाई ने गले लगकर खूब रोया। दोनों के मिलाप को देखकर प्रहरियों की भी आंखें नम हो गयीं।

                                                मुंगेली जिला पंडवानी गांव निवासी अन्नू साहू के हाथों खेती बाड़ी के झगड़े में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। अन्नू की बहन दुखनी साहू ने बताया कि भाई के बिना घर खाने को दौड़ता है। चालिस साल की उम्र तक किसी को एक हाथ नहीं मारा। एक हादसे ने जेल का रास्ता दिखा दिया। मेरा भाई सुधर गया है। हर बार रक्षाबंधन पर्व में भाई से अच्छा इंसान बनने का की कसम लेती हूं।  दुखनी ने बताया कि जेल आना अच्छा नहीं लगता। लेकिन आना पड़ रहा है। मैं जब भी जेल आती हूं..भाई सिर नीचे झुका लेता है। लेकिन मुझे अपने भाई पर गर्व है। दुनिया में वही तो है जो मुझे जमाने की नजर से बचाकर रखता है। जब घर आएगा…तो सब कुछ ठीक हो जाएगा।DSCN0203

 पिछले रविवार को जेल पहुंचे एक कैदी की आंख से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था। बरतोरी निवासी संतोष वर्मा पर आरोप है कि नौकरी लगाने के लिए लोगों से लाखों रूपए लिए हैं। पूरे समय संतोष अपनी बहन से नजरें छिपाता रहा। इस दौरान आंखो से निकलते आंसूओं को बहन बराबर पोछती रही। बहन ने बताया कि मेरा भाई लाखों में एक है। जैसे खुशी के दिन कट गए…वैसे ही दुख के भी बादल छट जाएंगे। मैं राखी के बहाने भाई को हिम्मत बंधाने आयी हूं।

                                  इस दौरान जेल परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। तमाम बेरिकेट्स से होकर तलाशी के बाद बहनें अपने भाइयों तक पहुंचती रहीं। जेल परिसर में आने वाली सभी लोगों के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था थी। सुरक्षा के दौरान राखी और मिठाई के अलावा कुछ भी अंदर नहीं ले जाने दिया जा रहा था।

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