देश को एकता के सूत्र में बांधती है हिन्दी

Chief Editor
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ggdu bilaspur

बिलासपुर। गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. पी. सिंह ने सभी विभाग प्रमुखों से आह्वान किया कि वें हिंदी में प्राप्त पत्रों का उत्तर हिंदी में ही दें । वे विश्वविद्यालय की राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में बोल रहे थे।
प्रशासनिक भवन के सभा कक्ष में आयोजित उक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो.सिंह ने कहा कि हिंदी देश को एकता के सूत्र में बांधने वाली भाषा है । विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयीन कार्य में हिंदी का ही प्रयोग करें । बैठक में निर्णय लिया गया कि राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) के तहत आने वाले सभी कागजात द्विभाषी में जारी किए जाएं । राजभाषा अधिनियम व नियम का पालन नहीं करने वाले विभागों को चिन्ह्ति कर उन्हे सूचित करने के लिए हिंदी अधिकारी अखिलेश तिवारी को अधिकृत किया गया । कुलसचिव  एच.एन. चौबे ने कहा कि राजभाषा प्रकोष्ठ हर सप्ताह दो परिपत्र जारी करे, जिसमें राजभाषा अधिनियम व नियमों की जानकारी हो । उन्होंने कहा कि राजभाषा नीति का पालन सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है ।
अगस्त में सभी विभाग प्रमुखों के लिए राजभाषा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय भी राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक में लिया गया । इस कार्यशाला में विभागाध्यक्षों एवं विभागीय अधिकारियों को राजभाषा नीति की विस्तार से जानकारी दी जाएगी । विश्वद्यालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को कम्प्यूटरों पर हिंदी में काम करने का प्रशिक्षण देने एवं सभी कोड,मैनुअल फार्म आदि को द्विभाषी रूप में उपलब्ध कराने के लिए हिंदी अधिकारी अखिलेश तिवारी एवं सहायक प्राध्यापक हिंदी  मुरली मनोहर सिंह को अधिकृत किया गया । बैठक में प्रमुख रूप से कुलपति प्रो.एस.पी.सिंह, कुलसचिव .एच.एन.चौबे, अधिष्ठातागण प्रो अमित सक्सेना, प्रो प्रतिभा जे.मिश्रा, प्रो मनीष श्रीवास्तव, प्रो एम.के सिंह, प्रो अनुपमा सक्सेना, ग्रंथपाल डाॅ.यू.एन.सिंह, सहायक कुलसचिव  संतोष त्रिपाठी, टी पी सिंह,  श्रीकांत करडेकर,  सुधाकर लोनारे, हिंदी अधिकारी अखिलेश तिवारी आदि उपस्थित थे ।

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