बिलासपुर— संतकुमार नेताम ने बिलासपुर विश्वविद्यालय के पीएचडी प्रवेश मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ अपराध दर्ज किये जाने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में संतकुमार नेताम ने लिखित शिकायत कर बताया कि विलासपुर विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश के समय आरक्षण नियमों का मजाक उड़ाया गया। दोषी लोगों के खिलाफ अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत अापराधिक मामला दर्ज किया जाए।
पुलिस कप्तान से संतकुमार नेताम ने बताया कि बिलासपुर विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश के समय आरक्षण नियमों की अनदेखी की गयी है। अनदेखी को शासन और प्रशासन ने भी माना है। आरक्षण नियमों की अनदेखी की शिकायत पर अनुसूचित जन जाति आयोग ने प्रवेश परीक्षा को निरस्त कर दिया था। जांच के बाद आयोग ने पीएचडी प्रवेश को नियम विरूद्ध होने पर गंभीरता से लिया। अनुसूचित जन जाति आयोग ने धांधली करने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ अत्याचार निवारण अधिनियम कंडिका 4 के तहत अपराध दर्ज करने को कहा था। बावजूद इसके आज तक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
नेताम ने बताया कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराध तक दर्ज नहीं किया गया है। जबकि 17 मई 2017 को अजाक थाना में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। नेताम ने कहा कि मामले में यदि कार्रवाई नहीं की गयी तो हाईकोर्ट के शरण में जाउंगा।