बिलासपुर—परसदा निवासी शंकुतला कौशिक के आंखों से आसूं रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। पति और बेटी के खिलाफ लगाए गए आरोप से वह बाहर निकल नहीं पा रही है। साजिशकर्ता भी शकुन्तला के आंख से निकलते आंसूओं को सूखने नहीं दे रहे हैं। महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत कर छलछलाती आखों से न्याय मांगने पहुंची। शकुन्तला ने बताया कि मेरी बेटी और पति को सविता साहू, दिपेश शुक्ला,संतराम साहू,मणिशंकर पाण्डे,धनिराम यादव समेत 10 लोग झूठे मामले में फंसा रहे हैं। पुलिस कप्तान से बहुत उम्मीद है। मामले की जांच हो जाए दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
आखों में पानी लेकर परसदा निवासी शकुन्तला कौशिक पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। शकुन्तला नेबताया कि मेरे पति को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। रोते बिलखते और हिचकी लेते शकुन्तला ने कहा मेरी बेटी शिल्पा कौशिक और पति श्रीराम कौशिक के खिलाफ चकरभाठा पुलिस थाने में झूठे मामले में 10 लोगों ने मिलकर अरोप लगाया है। साजिशकर्ताओं ने मेरी बेटी और पति पर लाखों रूपए गबन करने का आरोप लगा रहे हैं। साजिशकर्ताओं का कहना है कि मेरे पति और बेटी ने लोगों से लाखों रूपए लेकर सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया है। जबकि मामले में मेरी पति और बेटी का कोई लेना देना नहीं है।
शकुन्तला के अनुसार साजिशकर्ताओं ने 2013 से 2015 के बीच स्वर्गीय हरीश कौशिक पर लेन देन का आरोप लगाया है। यह जानते हुए भी कि मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का कोई लेना देना नहीं है। बावजूद इसके मेरे पति और बेटी को धोखाधड़ी में शामिल किया गया है।
लिखित शिकायत में शकुंतला ने कहा कि मामले में चकरभाठा पुलिस को जांच का आदेश दिया जाए। जांच के बाद सब कुछ आईने की तरह साफ हो जाएगा। शकुन्तला के अनुसार साजिश रचने और शिकायत करने वालों में एक ऐसा भी व्यक्ति है जिसकी करतूतों की जानकारी पुलिस को अच्छी तरह से है। शकुन्तला ने बताया कि यदि न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन करेगी।