रायपुर— अजीत जोगी ने पी.चिदंबरम की राज्य सभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है । मुख्य चुनाव आयुक्त को सदस्यता रद्द करने जोगीने पत्र लिखा है। जोगी ने चुनाव आयोग को लिखा हैजब एक सांसद अधिकृत तौर पर कबूल रहा है कि दूसरे सांसद की पत्नी का उसके कंपनी में शेयर्स हैं। जिसका उल्लेख चिदंबरम के चुनावी एफिडेविट में नहीं है। ऐसे में आयोग को मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करनी चाहिए। विशेषकर जब चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को अपनी संपत्ति के एक एक रुपये की जानकारी अपने चुनावी शपथ पत्र में देने का कड़ा कानूनी प्रावधान हो।
जोगी ने कहा कि पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम बीजेडी सांसद बैजयंत जय पांडा की कंपनी में 10 शेयर्स होने के दावे की जांच होनी चाहिए। जोगी के अनुसार सीबीआई नलिनी चिदंबरम के विरुद्ध पहले ही मनी लॉन्डरिंग की जांच कर रही है। जरूरी हो जाता है कि बैजयंत पांडा की कंपनी में चिंदबरं के शेयर्स की जांच हो।
चुनाव आयोग को पत्र लिखकर जोगी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने काले धन का पता लगाने एसआईटी का गठन किया है। पी चिदंबरम और पुत्र कार्थी चिदंबरम ने लेनदेन कर सांसद बैजयंत जय पांडा की कंपनी ऑरटेल कम्युनिकेशन्स समेत दो सौ से ज्यादा कंपनियों के साथ लेन देन का रिश्ता है। जोगी ने एफ़आईपीबी अप्रूवलस की मांग की है।
मालूम हो कि अगस्त महीने की 2 तारीख को दिल्ली में पत्रकारों के बीचे जोगी ने भ्रष्टाचार और काले धन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और बीजेडी सांसद बैजयंत जय पांडा के बीच लेन देन को लोकर चांज की मांग की थी। आरोपों से सम्बंधित सभी दस्तावेज जोगी ने प्रवर्तन निदेशालय और एसआईटी को सौंप दिए हैं।