पुलिस कप्तान से छात्राओं का सवाल…क्या है असामाजिक तत्वों का इलाज…अजय ने दिया टिप्स….पढ़ो..आगे बढ़ों..

BHASKAR MISHRA
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IMG-20170905-WA0029बिलासपुर—बेटी बचाओ…बेटी पढ़ाओ योजना को साकार रूप देने छात्राओं से जांजगीर पुलिस कप्तान ने संवाद किया। शिक्षक दिवस पर मुलमुला थाना परिसर में छात्राओं के साथ एसएसपी अजय यादव ने चौपाल लगाया। छात्राओं से अपने छात्र जीवन के अनछुए पहलुओं को साझा किया। पुलिस से दो कदम दूर रहने वाले छात्र छात्राओं ने भी पुलिस कप्तान से खुलकर गुदगुदाने वाले सवाल किए। वरिष्ठ पुलिस कप्तान ने भी खुलकर जवाब दिया। मुलमुला थाना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आईपीएस अजय ने कहा कि बच्चों के बीच खुद को पाकर बचपन याद आ गया। कार्यक्रम में अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी छात्र जीवन की यादों को सबके सामने रखा। पुलिस अधिकारियों ने आत्मरक्षा,स्वाभिमान और देश सेवा का पाठ पढ़ाया। अजय यादव ने कहा कि ना केवल लड़कों से खासतौर पर लड़कियों से देश को बहुत उम्मीदें है।

             
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                                      जांजगीर पुलिस कप्तान के निर्देश पर बेटी बचाओ..बेटी पढ़ाओ योजना को प्रोत्साहित करने मुलमुला थाना क्षेत्र के सोनसरी,कुंटीघाट,नरियरा और अमोरा के मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया गया। मुलमुला थाना क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस कप्तान अजय कुमार यादव के अलावा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए। पुलिस के आलाधिकारियों को अपने बीच पाकर छात्राओं ने गर्व महसूस किया।

                         छात्राओं ने पुलिस कप्तान पर बेहिचक सवाल दागे…अजय यादव ने भी साफगोई से जवाब दिया। अजय यादव ने छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हर बड़ा अधिकारी आप लोगों के बीच से ही आता है। जिसने भी वक्त के साथ मेहनत किया..उसे ऊंचा पद जरूर मिला है। एसपी ने कहा कि जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है। शिक्षा का मतलब नौकरी ही नहीं..अच्छा इंसान भी होता है।

                                  एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए अजय यादव ने बताया कि मैं भी सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं। अच्छी पढ़ाई महंगे स्कूलों में ही नहीं होती। सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। पुलिस कप्तान ने बताया कि इस समय लडकियों के कंधों पर समाज की दिशा और दशा बदलने की जिम्मेदारी है। जरूरी है कि लड़कियां पढें और देश समाज को नई दिशा दें।

                         अजय यादव को अपने बीच पाकर उत्साहित छात्राओं ने सवालों की झड़ी लगाई। छात्राओं ने अपनी पी़ड़ा और डर को खुलकर सामने रखा। एसएसपी ने कहा कि समाज के एक एक व्यक्ति की हिफाजत करना पुलिस की जिम्मेदारी है। लड़कियों ने असामाजिक तत्वों से सुरक्षा और आगे बढ़ने के दौरान आने वाली कठिनाईयों को लेकर सवाल किए। अजय यादव ने भी बहुत ही सौम्य और सहजता से छात्राओं के सवालों का जवाब दिया। छात्राओं ने बताया कि पढ़ाई के दौरान शादी के लिए दबाव डाला जाता है। यादव ने कहा कि सबके जीवन में कठिनाइयां आती है। चुनौतियों का सामना करनने वालों को ही सफलता मिलती है। हमें मिलIMG-20170905-WA0032कर चुनौतियों का

                   सवाल का जवाब देते हुए अजय यादव ने बताया कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं को आयोजन होता है। कोई भी छात्रा एसपी और डीएसपी बन सकती है। कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर के पद तक पहुंच सकती हैं। लेकिन कड़ी मेहनत के बाद। उन्होने कहा कि बच्चियों को बेहतर शिक्षा और उंचाइयों तक पहुंचाने के लिए ही बेटी बचाओ..बेटी पढ़ाओं अभियान चलाया जा रहा है। आकाश पर जितना हक लड़कों का है उतना ही अधिकार लडकियों का भी है। विश्वास है कि छात्राएं आकाश की बुलंदियों को अपनी मुठ्ठी में बांधेगी। क्योंकि छात्राओं की मेहनत पर कभी भी किसी ने शक नहीं किया है।

                     अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चन्द्रा ने छात्राओं के सवालों का जवाब दिया। बचपन की कविता चल रे मटके टम्मक टू…का पाठ रोचक अंदाज मे किया। उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र चन्द्राकर ने छात्र छात्राओं को संविधान और दण्ड संहिता की जानकारी दी। कर्तव्यों के बारे में भी बताया।

                    प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी रश्मीत कौर ने जानकारी दी कि असामाजिक तत्वों से किस तरह से निपटा जाना चाहिए। कौर ने कहा कि बुलंदियों को हासिल करने के लिए शार्टकट तरीकों से बचना होगा। ।

                              इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के शिक्षक प्राचार्य और छात्र छात्राएं मौजूद थी। कार्यक्रम को अमोरा हायर सेकेन्ड्री के प्राचार्य जे.एल.भानु ने भी संबोधित किया। भानु ने कहा कि 37 साल के अध्यापन कार्य में पहली बार थाना स्तर पर शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। अविस्मरणीय पल है जिसे हमेशा याद रखना चाहेँगे। भानु ने बताया कि शिक्षक दिवस पर पुलिस कप्तान से सम्मानित होकर मैं गर्व महसूस कर रहा हूं।

                         कार्यक्रम में पुलिस कप्तान अजय यादव ने 70 मेधावी छात्राओं को  सम्मानित किया। प्रमाण पत्र के साथ शब्दकोश भी उपहार में दिये। पुलिस कप्तान ने छात्राओं के साथ थाना के सभी कक्षों का भ्रमण किया। छात्राओं से पुलिस कप्तान ने कहा कि मुसीबत के समय पुलिस से बेझिझक सम्पर्क करें। पुलिस अधिकारियों से स्कूली छात्राओं और लड़कियों के साथ लगातार संवाद बनाने का आदेश दिया।

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