रायपुर।स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत छत्तीसगढ़ के सभी 168 नगरीय निकायों को स्वच्छता की कसौटी पर कसने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए अगले साल जनवरी-फरवरी से शुरू हो रहे राष्ट्र व्यापी ’स्वच्छता सर्वेक्षण 2018’ के अंतर्गत नगरीय निकायों की साफ-सफाई व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाएगा।रायपुर में सोमवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 पर केन्द्रित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने कार्यशाला का शुभारंभ किया।निकाय मंत्री ने नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 – के लिए प्रचार-प्रसार गतिविधियों पर आधारित बुकलेट एवं बस्तर संभाग में स्वच्छता के प्रचार-प्रसार के लिए हल्बी भाषा में तैयार बस्तरिया गीत की वीडियो का विमोचन भी किया।
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निकाय मंत्री ने कहा कि नगरीय निकायों को खुले में शौचमुक्त बनाना स्वच्छ भारत मिशन का एक हिस्सा है। शहरों को साफ-सुथरा रखने के लिए स्थायी बंदोबस्त करने की जरूरत हैं। नगरीय निकायों में निकलने वाले ठोस अपशिष्टों का बेहतर प्रबंधन करना हमारा मुख्य लक्ष्य होना चाहिए। शहरों की साफ-सफाई सबसे कठिन काम है। इस काम को आम जनता की भागीदारी से पूरा करने के लिए नगरीय निकायों के पदाधिकारियों और अधिकारियों को दमदारी से काम करना होगा।
अमर ने अपने उद्बोधन में ठोस अपशिष्टों को इकट्ठा करने के लिए अंबिकापुर नगरीय निकाय द्वारा अपनाए गए मॉडल की सराहना की। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा इकट्ठा करने का अंबिकापुर मॉडल देशभर में लोकप्रिय हुआ है। इस मॉडल को छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में लागू करने की जरूरत है। इससे लगभग सात हजार महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
मिशन क्लिन सिटी के तहत अंबिकापुर मॉडल को प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में दिसम्बर 2017 तक अनिवार्य रूप से लागू करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार हर संभव मदद देगी। महिलाओं को संगठित कर स्व-सहायता समूह बनाए जाएंगे। नगरीय निकायों के हर घर में दो-दो डस्टबिन देने की योजना है। इसके अलावा कंटेनर, ई-रिक्शा उपलब्ध कराने के लिए भी राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि मिशन क्लिन सिटी को शत-प्रतिशत सफल बनाने जनभागीदारी की जरूरत है। जनता को जागरूक कर इस मिशन से जोड़ने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को विशेष प्रयास करना होगा। हम सब मिल जुलकर प्रयास करेंगे, ताकि छत्तीसगढ़ की स्वच्छता के लिए भी देश भर में पहचान बनें।