बिलासपुर—स्वाइन फ्लू की चपेट में आए मरवाही विधायक ने अब प्रदेश की स्वास्थ्य को आड़े हाथ लिया है। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में स्वाइन फ्लू का इलाज करा रहे अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है कि आठ हज़ार करोड़ रूपए का भारी.भरकम वार्षिक स्वास्थ्य बजट के बावजूद प्रदेश में केवल जगदलपुर में स्वाइन फ्लू की जाँच कराई जा सकती है। वहाँ भी जाँच उपकरण जंक खा रहे हैं। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू महामारी का रूप ले रहा है।
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अमित जोगी ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि सरकार को मालूम है कि स्वाइन फ्लू की समस्या प्रदेश में गंभीर रूप ले चुकी है। सरकार को अनिवार्य टीकाकरण अभियान चलाया जाना चाहिए। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए टीका लगवाना चाहिए। अफ़सोस कि छत्तीसगढ़ में स्थिति ठीक विपरीत है। बाजार में स्वाइन फ्लू के टीके नहीं हैं। पर्याप्त मात्रा में टामीफ्लू की गोली भी नहीं है।
अमित जोगी ने कहा कि मंत्री फ़र्ज़ी आकड़े पेश कर अवार्ड लेने और पीठ थपथपवाने में मस्त हैं। जनता स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं को तरस रही है। प्रदेश का स्वास्थ्य बजट पूछने पर स्वास्थ्य मंत्री केंद्रीय बजट की जानकारी देते हैं। जोगी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ट्वीटर पर और उनका विभाग स्ट्रेचर पर है। प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग बीमार हैं। स्वास्थ मंत्री ट्विटर से ज्यादा छत्तीसगढ़ में स्वास्थ सुविधा बेहतर करने में ध्यान दें तो प्रदेश की जनता को लाभ होगा।
अमित जोगी ने कहा कि हर कोई इलाज कराने प्रदेश के बाहर नहीं जा सकता।