प्रतिनिधियों को निकाय मंत्र की दीक्षा

BHASKAR MISHRA

IMG_20150706_113850बिलासपुर— आज नगर निगम के टाउन हाल में नगरीय निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का तीन दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का आगाज हुआ। नगरीय निकाय प्रशासन के दिशा निर्देश में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में निर्वाचित प्रतिनिधियों को निकाय के तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम में अखिल भारतीय निकाय समिति के सदस्य भी शामिल हुए हैं।

                       नगरीय निकाय निर्वाचित प्रतिनिधियों का आज से तीन दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम के पहले दिन महापौर किशोर राय और निगम आयुक्त रानू साहू ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया। इस दौरान निकाय के सभी जनप्रतिनिधियों को निकाय के कार्यशैली और कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गयी।

                    कार्यक्रम के पहले दिन तिफरा नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों के अलावा बोदरी, सिरगिट्टी और सकरी नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। कार्यक्रम में चारों निकायों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए निगम कमिश्नर रानू साहू ने कहा कि निकायों के अधिकार और कार्यशैली को लेकर कभी-कभी जनप्रतिनिधियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस प्रकार के कार्यक्रम से जनप्रतिनिधियों को ना केवल निकाय संस्थान के तकनिकी समस्याओं से रूबरू होने का मौका मिलेगा। बल्कि शासन की योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी दी जाएगी। रानू साहू ने कहा कि निकाय जनप्रतिनिधियों को लोगों की समस्याओं से हमेशा दो चार होना पड़ता है। नियमों की समुचित जानकारी नहीं होने से जनप्रतिनिधियों को लोगों की समस्याओं के निदान में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान निकाय के सभी नियमों और कार्यक्रमों की जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी जाएगी।

                       जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महापौर किशोर राय ने कहा कि निकाय जनप्रतिनिधियों पर समाज के लोगों से सीधा संपर्क होता है। जाहिर सी बात है कि जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी भी ज्यादा होगी। अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से अंजाम दे सकें इसलिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का सीधा फायदा जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों को भी होगा। उन्होंने कहा कि निकाय संस्थान के कुछ नियम कायदे हैं। हमे यदि कार्यप्रणाली की जानकारी नहीं होगी तो परेशानियों का आना स्वाभाविक है। जनहित में कितना बेहतर किया जा सकता है आज से तीन दिन तक विशेषज्ञ लोग जनप्रतिनिधियों को इस बारे में जानकारी देंगे। इस दौरान जनप्रतिनिधि भी कार्य क्षेत्र के दौरान आने वाली परेशानियों को भी रखेंगे।

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