रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों की दीपावली इस बार फीकी नजर आ रही है। बच्चे और परिवार की खुशी के लिए कर्मचारियों ने थोड़े पटाखे और मिटाइयां खरीदीं । लेकिन परंपरा अनुसार सोने-चाँदी, बर्तन या इलेक्ट्रानिक सामान नहीं खरीद पाए । चूंकि शासन ने संशोधित वेतनमान में न कोई मंहगाई भत्ता दिया और न ही एरियर्स का भुगतान किया । जिससे कर्मचारियों के हाथ बंधे रहे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष पी. आर. यादव, जी. आर. चंद्रा,जगत मिश्रा, किशोर शर्मा, पवन शर्मा, रामकुमार यादव आदि ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा है कि सातवें वेतनमान में लंबित 5 प्रतिशत मंहगाई भत्ता का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसकी वजह से 2000 से 5000 तक का भुगतान हे रहा है।इसी तरह सरकार यदि पुनरीक्षित वेतनमान के एरियर्स का भुगतान किश्तों में करती तो 20000 से 25000 रुपए दीवाली से पहले कर्मचारियों को मिलने की उम्मीद थी। लेकिन दीवाली में शासन ने कर्मचारियों को निराश किया है।
बयान में आगे कहा गया है कि सरकार बनने के चार साल बाद भी कर्मचारी के हित में जारी किए गए घोषणा पत्र का क्रियान्वयन नहीं होने से कर्मचारियों मे असंतोष भी है। इसलिए अब संघ ने फैसला किया है कि दीवाली के बाद क्रमिक आँदोलन तहसील – जिला मुख्यालय से शुरू कर प्रांत स्तर पर निर्णायक संघर्ष किया जाएगा।