रायपुर।मरवाही विधायक अमि
पिछले 14 साल से तो छत्तीसगढ़ में भाजपा की ही सरकार है जिसके कार्यों में कहीं भी पारदर्शिता नजर नहीं आती। अगर रमन सरकार में पारदर्शिता होती तो इतने घोटाले कैसे सामने आते, विदेशों में खाता कैसे खुलते, मंत्रियों की अचल संपत्ति में इजाफा कैसे होता।अमित ने सीधे सीधे आरोप लगाया कि इसी काले धन की कमाई से बना है भारत का सबसे महँगा 350 करोड़ रूपए की लागत का प्रदेश भाजपा कार्यालय जो किसी ताज महल से कम नहीं। छत्तीसगढ़ की राजधानी में बना कुशाभाऊ ठाकरे परिसर जैसा कार्यालय पूरे भारत के किसी राजनैतिक दल के पास नहीं है।
देश की राजधानी नई दिल्ली और पीएम मोदी और अमित शाह के अपने राज्य गुजरात में भी ऐसा आलीशान कार्यालय नहीं है। मरवाही विधायक ने कहा कि कालेधन की कमाई से छत्तीसगढ़ में भारत का सबसे महंगा प्रदेश भाजपा कार्यालय बना है, जिसकी लागत कम से कम 350 करोड़ रुपये है और अभी भी वहाँ 80.80 लाख की लागत से प्रदेश के दो सबसे बड़े कांफ्रेंस हाल बन रहे है जिसमें सागौन के दरवाजे इटालीयन मार्बल और इंटरनेशनल स्टाईल के इंटीरियर लगाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद कांग्रेस चुप है। इसी कारण कांग्रेस को ये सब बातें नजर नही आती और वे धृतराष्ट बनकर बैठे हैं। प्रमुख विपक्षी दल होने के बाद भी कांग्रेस का चुप रहना फिर से इस बात को सिद्ध करता है कि लूट में उसके नेता भी शेयर होल्डर हैं।