रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंगलवार को नया रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस अधीक्षक कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते युग की चुनौतियों और सायबर अपराधों से निपटने पुलिस जवानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना जरूरी है। उन्होंने स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर देते हुए कहा कि अपराधी नई-नई तकनीकों के जरिये अपराध कर रहे हैं, इसलिए थानेदारों और मैदानी पुलिस अमले को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देने की जरूरत है। उन्हांेने पुलिस को अपराध नियंत्रण के साथ ही सड़क सुरक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होने सूचनाओं के आदान-प्रदान और सूचना तंत्र को मजबूत करने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पुलिस की वर्तमान पीढ़ी नक्सल ंिहंसा को समाप्त करने के लिये लड़ी जा रही देश की सबसे बड़ी लड़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पुलिस के सामने कानून व्यवस्था के साथ नक्सल चुनौतियों से निपटने की भी जिम्मेदारी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों के सुचारू संचालन में प्रशासन और पुलिस का समन्वय भी जरूरी है। पुलिस हाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा पुलिस थानों के साथ दुर्गम और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में सड़क निर्माण भी कराया गया है। पुलिस के जवानों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने उनके लिये आवासों का निर्माण पूरे प्रदेश में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि वह जब दौरे पर जाते हैं और लोगों से मिलते हैं तो उनकी प्रतिक्रिया से पुलिस के काम-काज का आसानी से पता चल जाता है। उन्होने कहा कि जो अधिकारी अपराध पर प्रभावी नियंत्रण लगाते हैं, उन्हें लोग वर्षाें तक याद रखते हैं। पुलिस अधीक्षकों की सख्त छवि से जिले में असामाजिक तत्वों पर लगाम लग जाता है।
उन्होने कहा कि जुंआ, सट्टा, शराब की अवैध खरीदी-बिक्री पर रोक लगाने में पुलिस के अधिकारी असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्ती से पेश आए। उन्होंने कहा कि पेट्रोलिंग पुलिस का सबसे बड़ा अस्त्र है। उन्होेंने अपराध पर नियंत्रण के लिये नियमित गश्त लगाने के निर्देश दिये। उन्होने अपराध पर नियंत्रण के लिये डॉटाबेस को मजबूत करने और उसका बुद्धिमतापूर्वक इस्तेमाल करने के निर्देश दिये।